अमित शाह ने गहलोत को दी इस्तीफा देने की चुनौती
प्रह्लाद जोशी ने पहले पार्टी की आनें वाले ‘परिवर्तन यात्राओं’ का जायजा लिया था। राज्य में ये बदलाव यात्रा सितंबर महीने में 23 दिनों के लिए निकाली जाएगी। बीजेपी सूत्रों के अनुसार, यात्राएं 2, 3, 4 और 5 सितंबर को प्रारम्भ होने की आसार है और 25 सितंबर को जयपुर में पीएम मोदी के एक विशाल सार्वजनिक संबोधन के साथ खत्म होगी।
राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। विधानसभा चुनावों को लेकर राजस्थान में बीजेपी लगातार बैठकें करने के साथ ही चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। इन चुनावों को लेकर बीजेपी पूरी तरह से अपनी कमर कसकर तैयारियों में जुट गई है।
आगामी चुनावों को लेकर केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के बीजेपी चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी का बोलना है कि राजस्थान में पार्टी ने बदलाव यात्रा आयोजित की है। ये यात्रा चंद्रयान 3 की तरह ही सफल होगी। राज्य में सत्ता में बैठी कांग्रेस पार्टी पार्टी को जनता विधानसभा चुनाव में जीतने नहीं देगी। प्रह्लाद जोशी ने जयपुर में बोला कि बदलाव यात्रा चंद्रयात्रा (चंद्रयान 3) की तरह ही सफल होगी…जनता पूरी कांग्रेस पार्टी पार्टी को राज्य से बाहर कर देगी।
बता दें कि प्रह्लाद जोशी ने पहले पार्टी की आनें वाले ‘परिवर्तन यात्राओं’ का जायजा लिया था। राज्य में ये बदलाव यात्रा सितंबर महीने में 23 दिनों के लिए निकाली जाएगी। बीजेपी सूत्रों के अनुसार, यात्राएं 2, 3, 4 और 5 सितंबर को प्रारम्भ होने की आसार है और 25 सितंबर को जयपुर में पीएम मोदी के एक विशाल सार्वजनिक संबोधन के साथ खत्म होगी।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को राजस्थान की अशोक गहलोत गवर्नमेंट पर कड़ा प्रहार करते हुए इसे “सबसे भ्रष्ट” करार दिया था। केंद्रीय मंत्री ने “महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल” होने के लिए कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट पर धावा कहा था और राज्य में दुष्कर्म की हालिया घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की थी।
अमित शाह ने गहलोत को दी त्याग-पत्र देने की चुनौती
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कथित ‘लाल डायरी’ के मामले को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर शनिवार को निशाना साधा और उनसे इस मामले पर त्याग-पत्र देकर चुनाव मैदान में उतरने को कहा। शाह ने बोला कि केंद्र की बीजेपी (भाजपा) गवर्नमेंट ने किसानों के लिए ढेर सारे काम किए हैं। शाह राजस्थान के गंगापुर सिटी शहर में ‘सहकार किसान सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “आजकल गहलोत साहब लाल डायरी से बहुत डर रहे हैं। क्यों डर रहे हैं भला… जरा बताओ तो राजस्थान वालों? …डायरी का आगे का कलर लाल है, अंदर काले कारनामे छिपे हुए हैं। अरबों, करोड़ों रुपये के करप्शन का कच्चा-चिट्ठा… उस लाल डायरी के अंदर है।” केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मैं गहलोत साहब से कहने आया हूं कि चंद लोग भेजकर नारे लगाने से कुछ नहीं होता… जरा भी लज्जा बची है, तो लाल डायरी के मामले पर त्याग-पत्र देकर चुनाव के मैदान में आइए… हो जाए दो-दो हाथ।” अपने संबोधन के आखिर में उन्होंने कहा, “घर में कोई भी डायरी हो, उसका रंग लाल मत रखना। गहलोत जी नाराज हो जाएंगे।”