आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में जम्मू कश्मीर पुलिस के एक उपाधीक्षक शहीद,दो जवान लापता
आतंकियों के साथ एनकाउंटर में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
जम्मू कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकेरनाग के ऊंचाई वाले क्षेत्र में आतंकियों के साथ एनकाउंटर में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक उपाधीक्षक शहीद हो गए और दो जवान लापता हैं।अधिकारियों ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि बुधवार सुबह अनंतनाग जिले के गारोल क्षेत्र में आतंकियों के साथ एनकाउंटर में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
उन्होंने कहा कि उपचार के दौरान इन ऑफिसरों की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि दो महीने की बेटी के पिता एवं जम्मू कश्मीर पुलिस के सेवानिवृत्त महानिरीक्षक गुलाम हसन भट के बेटे भट की अधिक रक्तस्राव होने के कारण मौत हो गई।
अधिकारियों ने बोला कि दोनों लापता सैनिकों के बारे में तुरंत पता नहीं चल पाया है और संभावना है कि वे गंभीर रूप से घायल हो गए होंगे।
आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म समूह प्रतिबंधित रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
अधिकारियों का मानना है कि ये उन्हीं आतंकियों का समूह है, जिन्होंने चार अगस्त को कुलगाम जिले के हलाण वनक्षेत्र के ऊंचाई वाले क्षेत्र में सेना के जवानों पर धावा किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे।
अधिकारियों ने कहा कि गारोल क्षेत्र में आतंकवादियों के विरुद्ध अभियान मंगलवार शाम को प्रारम्भ हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था। ऑफिसरों ने कहा कि एक ठिकाने पर आतंकियों को देखे जाने की सूचना के बाद आज सुबह फिर उनकी (आतंकवादियों) तलाश प्रारम्भ की गई।
अपने दल का नेतृत्व करते हुए कर्नल सिंह ने आतंकियों पर धावा बोला। हालांकि, आतंकियों की गोलीबारी में वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
12वीं सिख लाइट इन्फेंट्री (एलआई) से संबद्ध कर्नल सिंह को सेना पदक से भी सम्मानित किया गया था। धोनैक 15वीं सिख एलआई से थे।
अधिकारियों ने कहा कि धोनैक और भट को भी गोलियां लगीं जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
जीओसी 15वीं कोर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह सहित सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, स्थिति का आकलन करने के लिए मौके पर पहुंचे।
इससे पहले कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में बोला था, ‘‘अनंतनाग के कोकेरनाग क्षेत्र में एनकाउंटर प्रारम्भ हुई है। सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी घायल हो गए हैं। विवरण बाद में उपलब्ध कराया जाएगा।’’
कश्मीर स्थित 15वीं कोर ने भी जानकारी दी थी कि ‘‘आतंकवादियों की मौजूदगी की विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर 12-13 सितंबर की मध्यरात्रि को क्षेत्र गारोल, अनंतनाग में इंडियन आर्मी और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान प्रारम्भ किया गया था। आमना-सामना होने पर गोलीबारी प्रारम्भ हुई।
सेना के दो कर्मी और जम्मू कश्मीर पुलिस का एक जवान घायल हो गए। अभियान जारी है।’’
शाम को, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार सहित अन्य वरिष्ठ ऑफिसरों ने शहीद पुलिस उपाधीक्षक को पुष्पांजलि अर्पित की।
यह धावा ऐसे समय हुआ जब एक दिन पहले ही जम्मू क्षेत्र के राजौरी में पीर पंजाल के दक्षिण में एक एनकाउंटर में सेना का एक जवान शहीद हो गया था जबकि सेना की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर भी अपने ‘हैंडलर’ को बचाने के दौरान जान गंवा बैठी थी।
राजौरी के सुदूर नारला गांव में हुई इस एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए।
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने अपनी संवेदना जतायी।
अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पोस्ट किया, ‘‘जम्मू कश्मीर से व्यथित करने वाली खबर।
सेना के एक कर्नल, एक मेजर और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक ने आज दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग क्षेत्र में एक एनकाउंटर में सर्वोच्च बलिदान दिया। पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट, मेजर आशीष धोनैक और कर्नल मनप्रीत सिंह ने आतंकियों के साथ एनकाउंटर में बलिदान दिया। उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके प्रियजनों को इस मुश्किल समय में शक्ति मिले।’’
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए बोला कि अत्याचार के ऐसे कृत्यों के लिए कोई स्थान नहीं है।
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने भी बहादुरों की वीरगति पर शोक व्यक्त किया।
तीनों शहीद ऑफिसरों को श्रद्धांजलि देते हुए बीजेपी (भाजपा) के नेता अल्ताफ ठाकुर ने बोला कि सुरक्षाबल जम्मू कश्मीर से आतंक को जड़ से समाप्त करने को प्रतिबद्ध हैं।