बिहार में जातिगत जनगणना के नतीजों को लेकर अमित शाह ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला,कहा…
Mahagathbandhan Alliance: बिहार में जातिगत जनगणना के नतीजों को लेकर रविवार को गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश गवर्नमेंट पर जमकर धावा बोला। अमित शाह ने सर्वे को छलावा बताते हुए बोला कि इसमें जानबूझकर मुस्लिमों और यादवों की जनसंख्या बढ़ाकर दिखाई गई है। अमित शाह ने बोला कि इस सर्वे में सबसे कम अतिपिछड़ा आया है। उन्होंने पूछा कि क्या लालू यादव अतिपिछड़ा को मुख्यमंत्री पद देंगे। बिहार में मुसलमान तुष्टिकरण किया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर के पताही में एक रैली में अमित शाह ने बोला इसे तुष्टिकरण की राजनीति बताते हुए इल्जाम लगाया कि बिहार में जाति सर्वेक्षण कराने का निर्णय तब लिया गया था, जब नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा थे। पिछले साल, जेडीयू ने भाजपा से नाता तोड़कर कांग्रेस, राजद और वाम दलों के महागठबंधन का दामन थाम लिया था।
‘I.N.D.I.A का मकसद बीजेपी-मोदी का विरोध’
विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A पर प्रहार करते हुए शाह ने इल्जाम लगाया कि गठबंधन का एकमात्र एजेंडा भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी का विरोध करना है। I.N.D.I.A में JDU और RJD भी शामिल हैं। नीतीश पर सीधा प्रहार करते हुए शाह ने कहा, नीतीश पीएम बनने का सपना देख रहे हैं…।जो एकदम भी पूरा होने वाला नहीं है। उन्हें (नीतीश को) I.N.D.I.A गठबंधन का संयोजक भी नहीं बनाया गया। शाह ने विश्वास जताया कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा बिहार की सभी 40 सीटें जीतेगी।
अमित शाह ने कहा, 2014 में बिहार की जनता ने मोदी जी को 31 सीटें दी और 2019 में 39 सीटें दी। इस बार 24 में 1 की कमी रह गई है इसलिए 40 की 40 सीटें मोदी जी की झोली में डाल दीजिए। इस बार आप सभी से सबसे बड़ी प्रार्थना है, 2025 में बिहार में बीजेपी की गवर्नमेंट बनानी है। आपने जब-जब आशीर्वाद दिया, पलटूराम ने पलटी मारकर जनादेश का द्रोह किया।
मुजफ्फरपुर में बिहार ने ली अंगड़ाई,
नीतीश-तेजस्वी की होगी अब विदाई!देश के यशस्वी केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah जी को मुजफ्फरपुर में उमड़े जनसैलाब ने आज यह बात तय कर दी कि बिहार से महाठगबंधन गवर्नमेंट की विदाई का शंखनाद हो गया है। पताही में माननीय अमित शाह जी ने… pic.twitter.com/icvQJA6QUu
— बीजेपी Bihar (@BJP4Bihar) November 5, 2023
शाह ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा पिछड़ा समाज का बहिष्कार किया और विरोध किया। जबकि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा पिछड़ा समाज का सम्मान किया। मोदी कैबिनेट में 27 मंत्री ओबीसी समाज से हैं, ओबीसी कमीशन को कानूनी मान्यता दी। इसके साथ-साथ नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय और सैनिक विद्यालय में ओबीसी विद्यार्थियों को 27 फीसदी आरक्षण दिया गया।
उन्होंने इल्जाम लगाया कि बिहार में गुंडाराज वापस लाने के लिए नीतीश उत्तरदायी हैं। राज्य में नीतीश कुमार गवर्नमेंट के कराए गए जाति आधारित सर्वेक्षण के नतीजों को पिछले महीने सार्वजनिक किया गया था। सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य में ओबीसी और ईबीसी कुल जनसंख्या का 60 फीसदी से अधिक है।
इस सीट के क्या हैं मायने?
मुजफ्फरपुर में शाह की इस रैली के जरिए भाजपा की नजर सीतामढ़ी, शिवहर और समस्तीपुर समेत आसपास की कई लोकसभा सीटों पर है। मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट पर दिवंगत समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने 1977 से 2004 के बीच पांच बार जीत हासिल की थी। अभी मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से भाजपा के अजय निषाद सांसद हैं। वर्ष 2019 में एनडीए ने किशनगंज को छोड़कर बिहार की 40 लोकसभा सीट में से 39 पर जीत हासिल की थी। किशनगंज सीट पर कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की थी।