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भारत की विकास यात्रा में महिलाओं का अमूल्य योगदान है : भानुबेन बाबरिया

विधानसभा भवन में स्त्री एवं बाल विकास विभाग की बजटीय मांगों पर चर्चा करते हुए स्त्री एवं बाल विकास मंत्री भानुबेन बाबरिया ने बोला कि हिंदुस्तान को विकसित देश बनाने के लिए स्त्री सशक्तिकरण गवर्नमेंट का केंद्र बिंदु होना चाहिए भारत की विकास यात्रा में स्त्रियों का अमूल्य सहयोग है

उन्होंने बोला कि जब पीएम मोदी ने गुजरात की कमान संभाली तो उन्होंने स्त्रियों के लिए अलग स्त्री एवं बाल विकास विभाग बनाया था महिलाओं के लिए छिटपुट कार्यों के जगह पर संपूर्ण स्त्री कल्याण विभाग की स्थापना कर अनेक स्त्री कल्याण योजनाएं लागू की गई हैं

नारी शक्ति वंदन विधेयक के बारे में बात करते हुए उन्होंने बोला कि राजनीति के साथ-साथ हर क्षेत्र में स्त्रियों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से स्त्रियों के लिए 33 फीसदी आरक्षण का नारी शक्ति वंदन विधेयक संसद और विधानसभा में पारित किया गया है हिंदुस्तान में स्त्रियों के भविष्य के विकास के लिए एक मील का पत्थर है

उन्होंने बोला कि गुजरात गवर्नमेंट के स्त्री एवं बाल विकास विभाग में साल 2024-25 में पिछले साल की तुलना में 13.5 फीसदी की वृद्धि के साथ 6,885 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं

स्वास्थ्य मंत्री ने बोला कि पीएम के पोषण राष्ट्र रोशन के आह्वान को पूरा करने के लिए देशभर में चल रहे राष्ट्रीय पोषण अभियान में साल 2023-24 में 32 लाख लाभार्थियों को फायदा दिया गया है इसके अतिरिक्त पूरक पोषण योजना के अनुसार साल 2024-25 के लिए 878 करोड़ 7 लाख रुपये मौजूद कराये गये हैं

उन्होंने अधिक जानकारी देते हुए बोला कि साल 2024-25 में दूध संजीव योजना के अनुसार 132 करोड़ 33 लाख, पोषण सुधा योजना के अनुसार 128 करोड़ 98 लाख, सीएम मातृशक्ति योजना के लिए 322 करोड़ 40 लाख, राष्ट्रीय पोषण अभियान के लिए 14 करोड़ 40 लाख पूर्णा योजना के अनुसार 346 करोड़ 4 लाख रुपये दिये गये हैं

इस साल 36 नये आंगनबाडी केन्द्रों का उद्घाटन किया गया है अगले साल 9 हजार से अधिक आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, टेडागर बहनों की भर्ती की जायेगी

उन्होंने स्त्री उन्मुखी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बोला कि राज्य गवर्नमेंट ने सदैव स्त्रियों की सुरक्षा को अहमियत दी है जिसके लिए सखी वन स्टॉप सेंटर योजना, नारी संरक्षण गृह जैसी योजनाएं काम कर रही हैं बच्चों के जन्म का उत्सव मनाने के लिए वली डिकरी योजना के अनुसार सहायता के लिए 252 करोड़ 34 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं

इसके अतिरिक्त गंगा स्वरूप की बहनों के लिए गंगा स्वरूप आर्थिक सहायता योजना के अनुसार 2 हजार 362 करोड़ 63 लाख रुपये मौजूद कराए गए हैं इस वर्ष राज्य के कुल बजट के मुकाबले 39.71 प्रतिशत जेंडर बजट पेश किया गया है

आंगनवाड़ी बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए नवीन मॉड्यूलर प्रौद्योगिकी के माध्यम से आंगनबाड़ियों का निर्माण, आईटी सिस्टम से युक्त स्मार्ट आंगनबाड़ियों को बनाने के लिए 3 वर्ष में 8 हजार नयी आंगनबाड़ियों का निर्माण किया जाएगा

इसके अतिरिक्त 20 हजार आंगनबाड़ियों को स्मार्ट आंगनबाड़ियों में बदला जाएगा, जिसके लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है

जरूरतमंद स्त्रियों को स्वरोजगार के लिए बैंक कर्ज पर ब्याज सब्सिडी प्रदान करने की स्त्री स्वावलंबन योजना ने सब्सिडी की मौजूदा रेट में वृद्धि की है इस योजना के अनुसार राज्य स्त्री आर्थिक विकास निगम के माध्यम से 2 करोड़ 23 लाख रूपये आर्थिक सहायता हेतु मौजूद कराये गये हैं

हर महीने बच्चों, गर्भवती महिलाओं, गर्भवती स्त्रियों और किशोरियों की वृद्धि और पोषण स्थिति का आकलन और नज़र करने के उद्देश्य से विभिन्न विकास नज़र उपकरणों की खरीद के लिए 14.4 मिलियन, आयुष घटक जोड़ने के उद्देश्य से कुल 1.94 मिलियन का प्रावधान किशोरियों को पूर्ण शक्ति पैकेट बांटे गए पूर्णा योजना के लिए कुल 344 करोड़ 7 लाख रुपये मौजूद कराए गए हैं

बाजरा के बारे में बात करते हुए उन्होंने बोला कि साल 2023 को तरराष्ट्रीय बाजरा साल के रूप में मनाया गया है मिलेट-श्री अन्न के अभियान को पूरे राज्य में फैलाने के लिए राज्य की सभी आंगनबाड़ियों में 3,243 प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं और पुरस्कार वितरित किए गए

जिला तालुका स्तर पर 11 से 13 अक्टूबर 2023 तक सशक्त किशोरी सुपोशी गुजरात की थीम पर किशोरी मेले का आयोजन किया गया जिसमें 40 हजार लड़कियां और 15 हजार 659 पूर्णा सह सखी शामिल हुईं

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