कैश फॉर क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बोला हमला,कहा…
नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मुद्दे में एक फिर से तृणमूल कांग्रेस पार्टी नेता और सांसद महुआ मोइत्रा पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने धावा कहा है। उन्होंने बोला है कि लोकसभा के नियम होते हैं और आपको यह समझना होगा कि सांसदों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर तब तक सीक्रेट रहने चाहिए, जब तक कि सदन में वास्तव में प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जाता। बीजेपी नेता ने बोला कि आरोपी भ्रष्टाचारी सांसद को शायद हीरानंदानी जैसे PA ने यह पढ़कर नहीं कहा कि क्या नियम हैं। उन्होंने चोरी और सीनाजोरी के मुहावरे का इस्तेमाल करते हुए महुआ पर तंज कसा है।
निशिकांत दुबे ने बोला कि जब सांसद प्रश्न पूछते हैं तो उन्हें संसद प्रारम्भ होने के 1 घंटा पहले उत्तर मिलता है। यह उत्तर सीक्रेट रहना चाहिए। यदि ये सदन में उत्तर देने के पहले सार्वजनिक हो तो इससे शेयर मार्केट, कम्पनी की स्थिति में उतार चढ़ाव, राष्ट्र की सुरक्षा, दूसरे राष्ट्रों के साथ सम्बन्धों, आर्थिक सुरक्षा से जुड़े मामलों पर असर पड़ सकता है। सांसद महुआ मोइत्रा पर व्यवसायी हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में प्रश्न पूछने का इल्जाम लगा है।
महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश, स्पीकर लेंगे फैसला
लोकसभा की एथिक्स समिति ने इस मुद्दे की जांच के बाद लोकसभा स्पीकर से महुआ को निष्कासित करने की सिफारिश की है। इसमें बोला गया है कि महुआ मोइत्रा पर हीरानंदानी से महंगे उपहार लेकर व्यापारी गौतम अदाणी के विरुद्ध प्रश्न पूछने का इल्जाम लगा था, और महुआ ने लोकसभा के प्रश्न पोर्टल का एक्सेस हीरानंदानी को दिया था।
शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में पेश की जाएगी एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट
एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंप दी है। लोकसभा एथिक्स पैनल द्वारा प्रस्तुत 500 पेज की रिपोर्ट मोइत्रा के विरुद्ध आरोपों की जांच पर आधारित है, जिन पर एक व्यवसायी के साथ अपने संसद पोर्टल लॉगिन क्रेडेंशियल साझा करने का इल्जाम है, जो पैनल के मुताबिक अनैतिक आचरण है। एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट 4 दिसंबर को शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में पेश की जाएगी। मुद्दे से वाकिफ ऑफिसरों के मुताबिक, गवर्नमेंट मोइत्रा को बाहर करने के लिए उसी दिन सदन में प्रस्ताव लाएगी।