CAA का प्रदेश में होगा ये असर…
धार्मिक उत्पीड़न के आधार पर नागरिकता लेने के लिए प्रदेश में इस समय करीब 35 हजार पाक विस्थापित रह रहे हैं लेकिन नए नियम के नोटिफाई होने के बाद इनमें से करीब 10 हजार से अधिक लोग नागरिकता के दायरे से बाहर हो गए हैं।
पाक विस्थापितों के लिए काम करने वाले सीमांत लोक संगठन के हिंदू सिंह सोढ़ा ने कहा कि नए नियम जारी होने के बाद खुशी और दुख दोनों हैं। उन्होंने बोला कि इसमें 31 दिसंबर 2014 के बाद आने वालों को नागरिकता नहीं दी जा रही, जबकि ये लोग भी धार्मिक उत्पीड़न के आधार पर ही पाक से पलायन कर हिंदुस्तान आए हैं।
राजस्थान में सबसे अधिक पाक विस्थापित हिंदू शरणार्थी जोधपुर में रहते हैं। इसके अतिरिक्त जालौर- पाली, बाड़मेर, बीकानेर सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी ये विस्थापित प्रवास कर रहे हैं। हालांकि इन नियमों के जारी होने के बाद नागरिकता के दायरे में आने वाले विस्थापितों की संख्या भी बड़ी है।
सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (CAA) की अधिसूचना जारी होने के बाद इन शरणार्थी शिविरों में दीये जलाकर खुशियां मनाई गईं। निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए पाक शरणार्थियों ने बोला कि इस साल यह उनकी दूसरी दिवाली है, पहली दिवाली उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दिन मनाई थी।