जानें CJI DY Chandrachud ने ऐसा क्यों कहा…
प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने नागरिकों से आम चुनाव में मतदान करने का अवसर न चूकने का आग्रह करते हुए बोला है कि कानूनी लोकतंत्र में यह ‘‘सबसे जरूरी कर्तव्य’’ है. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के ‘माई वोट माई वॉयस’ मिशन के लिए एक वीडियो संदेश में कहा, हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिक हैं, जो कि हमारा राष्ट्र है.
चंद्रचूड़ ने बोला कि संविधान नागरिक के रूप में हमें कई अधिकार देता है, लेकिन साथ ही यह भी अपेक्षा करता है कि हर कोई उसे सौंपा गया अपना कर्तव्य निभाए. कानूनी लोकतंत्र में नागरिकता के सबसे जरूरी कर्तव्यों में से एक कर्तव्य वोट डालना है. आगे प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) ने कहा, मैं आप सभी से निवेदन करूंगा कि कृपया हमारी महान मातृभूमि के नागरिक के रूप में जिम्मेदारी से मतदान करने का यह अवसर न चूकें. हर पांच वर्ष में पांच मिनट, हमारे राष्ट्र के लिए. यह किया जा सकता है, है ना? आइए, गर्व के साथ मतदान करें. मेरा वोट, मेरी आवाज…
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने बोला कि गवर्नमेंट चुनने में नागरिकों की सहभागी किरदार होती है और इसीलिए बोला जाता है कि ‘‘यह गवर्नमेंट लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए गवर्नमेंट है. सीजेआई ने कहा कि जब वह पहली बार मतदाता बने थे और मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए मतदान केंद्र में कतार में खड़े हुए थे, तब वह कितने उत्साहित थे. उन्होंने कहा, जब मैं वोट देता हूं तो उंगली पर लगने वाली स्याही देशभक्ति और देश के साथ जुड़ाव की जबरदस्त भावना पैदा करती है.
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, इसलिए हमारा संविधान और हमारा कानून एक नागरिक, एक वोट और एक मूल्य का प्रावधान करता है. मुझे लगता है कि कानूनी लोकतंत्र के रूप में यह हमारे राष्ट्र की महान दृढ़ता और शक्ति है. प्रधान न्यायाधीश ने बोला कि जब वह वकील थे और उन्हें काम के लिए इधर-उधर भागना पड़ता था, तब भी वह वोट डालने का अपना कर्तव्य निभाने से नहीं चूके. आपको बता दें कि लोकसभा के 543 सदस्यों के चुनाव के लिए 19 अप्रैल से एक जून तक सात चरणों में मतदान होगा. नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे.