Uttar Pradesh: इंडी गठबंधन पर CM Yogi का बड़ा वार, कही ये बड़ी बात
कांग्रेस, सपा और इण्डिया गठबंधन पर तीखा धावा करते हुए, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इल्जाम लगाया कि विपक्ष के नेताओं के डीएनए में “राम द्रोह” भरा हुआ है. यूपी के मुख्यमंत्री ने ये टिप्पणी पूर्व कांग्रेस पार्टी नेता राधिका खेड़ा के इस्तीफे पर बोलते हुए की. उन्होंने बोला कि वह राम लला का आशीर्वाद लेने के लिए अयोध्या आईं और कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उनका अपमान किया. अपमान से तंग आकर उन्होंने त्याग-पत्र दे दिया. इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के डीएनए में ‘राम द्रोह’ है. इण्डिया गठबंधन से जुड़े लोगों के डीएनए में ‘राम द्रोह’ है.
उन्होंने आगे कहा, ‘और जो आदमी राम द्रोही है, राष्ट्र की जनता ऐसे लोगों के पक्ष में कभी अपना वोट नहीं देगी.‘ उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए बोला कि जनता अब पार्टी के छद्म स्वरूप से पूरी तरह वाकिफ हो चुकी है. उन्होंने कहा, ”देश की जनता कांग्रेस पार्टी के छद्म स्वरूप से भलीभांति परिचित है. जनता जानती है कि वे (कांग्रेस) अब जो भी दिखावा कर रहे हैं वह वास्तविकता पर आधारित नहीं है. वे केवल राष्ट्र की जनता को विश्वासघात देना चाहते हैं लेकिन जनता उनकी नौटंकी जानती है. इसलिए जनता इसे रसातल की ओर धकेल रही है.”
इससे पहले एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए खेड़ा ने इल्जाम लगाया कि कांग्रेस पार्टी राम विरोधी और सनातन विरोधी है. उन्होंने बोला कि मैंने हमेशा सुना है कि कांग्रेस पार्टी राम विरोधी, सनातन विरोधी और हिंदू विरोधी है लेकिन मैंने कभी इस पर विश्वास नहीं किया. महात्मा गांधी हर बैठक की आरंभ ‘रघुपति राघव राजा राम’ से करते थे. मैं इस हकीकत से तब रूबरू हुआ जब मैं अपनी दादी के साथ राम मंदिर गया और वहां से लौटने के बाद मैंने अपने घर के दरवाजे पर ‘जय श्री राम’ का झंडा लगा दिया और उसके बाद कांग्रेस पार्टी पार्टी मुझसे नफरत करने लगी. उन्होंने बोला कि जब भी मैंने फोटोज़ या वीडियो पोस्ट किए, मुझे डांटा गया और पूछा गया कि जब चुनाव प्रक्रिया चल रही थी तो मैं अयोध्या क्यों गई.
पार्टी सदस्यों पर दुर्व्यवहार का इल्जाम लगाने के बाद रविवार को राधिका खेड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग-पत्र दे दिया. उन्होंने इल्जाम लगाया कि इस मामले पर न तो प्रियंका गांधी और न ही राहुल ने उन्हें मिलने का समय दिया. उन्होंने बोला कि मैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा से 3 वर्ष से समय मांग रहा हूं लेकिन उनमें से कोई भी मुझसे नहीं मिला. मुझे हमेशा एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय भेजा जाता था. इन्साफ यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी ने किसी से मुलाकात नहीं की. वह आते थे और 5 मिनट के लिए लोगों का हाथ हिलाते थे और वापस अपने ट्रेलर के पास चले जाते थे. उनकी इन्साफ यात्रा उनके नाम के लिए थी, मुझे लगता है कि वह केवल एक ट्रैवल व्लॉगर बनना चाहते हैं और वह वहां ट्रैवल व्लॉगिंग कर रहे थे…मैंने उनसे (प्रियंका गांधी वाद्रा) से मिलने की प्रयास की लेकिन वह किसी से नहीं मिलतीं. वह कहती हैं ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं, लेकिन ‘लड़की हो तो पिटोगी’, यह कांग्रेस पार्टी का नारा है.