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एल्विश यादव मामले में शिकायतकर्ता ने हाईकोर्ट से की सुरक्षा की मांग

नई दिल्ली: नोएडा में विदेशी लड़कियों और जहरीले सांपों के जहर वाली बलात्कार पार्टी मुद्दे में एक नया मोड़ आया है एल्विश यादव काण्ड में शिकायतकर्ता गौरव गुप्ता ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और एक अर्जी दाखिल कर सुरक्षा की गुहार लगाई है दिल्ली उच्च न्यायालय में अर्जी दाखिल कर शिकायतकर्ता गौरव गुप्ता ने बोला कि उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं बता दें कि एनजीओ पीएफए ऑर्गेनाइजेशन के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर गौरव गुप्ता की ओर से ही नोएडा पुलिस को कम्पलेन की गई थी और इनकी कम्पलेन के आधार पर ही पुलिस ने एक्शन लिया था और इस रेव पार्टी का खुलासा हुआ था

दरअसल, एल्विश यादव मुद्दे में शिकायतकर्ता गौरव गुप्ता ने उच्च न्यायालय से सुरक्षा की मांग की है दिल्ली उच्च न्यायालय में अर्जी दाखिल उन्होंने सुरक्षा की मांग करते हुए बोला उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं दरअसल, नोएडा में रेव पार्टी करने और उसमें विदेशी युवतियों को बुलाने और नशे के लिए जहरीले सांपों के जहर का इस्तेमाल करने के मुद्दे में फेमस यूट्यूबर और BIGG BOSS ओटीटी-2 विजेता एल्विश यादव समेत छह नामजद और कुछ अज्ञात के विरुद्ध सेक्टर-49 पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया है इन सभी के विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अनुसार मुकदमा दर्ज हुआ है

इस बीच समाचार है कि नोएडा पुलिस ने मंगलवार को ‘यूट्यूबर’ एल्विश यादव को नोटिस भेजकर ‘रेव पार्टियों’ में सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल की जांच में शामिल होने के लिए बोला है पुलिस ने कहा कि इस मुद्दे में तीन नवंबर को पांच लोगों को अरैस्ट किया गया था और वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के अनुसार दर्ज मुद्दे में यादव की कथित किरदार की जांच की जा रही है पुलिस के मुताबिक पार्टी के आयोजन स्थल एक बैंक्वेट हॉल से पांच कोबरा समेत नौ सांप बरामद किए गए थे जबकि सांप का 20 मिलीलीटर संदिग्ध जहर भी बरामद किया गया था

नोएडा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां पुष्टि की कि मुद्दे में जारी जांच में शामिल होने के लिए यादव को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41 के अनुसार नोटिस भेजा गया है अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने का निवेदन करते हुए बोला कि हमने मुद्दे में उन पांच आरोपियों की पुलिस हिरासत भी मांगी है, जिन्हें पिछले सप्ताह अरैस्ट किया गया था ऑफिसरों ने सोमवार को बोला था कि क्षेत्रीय सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसके प्रभारी उप-निरीक्षक को हटा दिया गया है यह मुद्दा नोएडा के दूसरे पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया है यादव (26) ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है और पुलिस जांच में योगदान करने की ख़्वाहिश व्यक्त की है

दरअसल, यह मुद्दा पशु अधिकार समूह पीएफए (पीपुल्स फॉर एनिमल्स) के एक अधिकारी गौरव गुप्ता की कम्पलेन पर दर्ज किया गया था पीएफए की अध्यक्ष और बीजेपी (भाजपा) की नेता मेनका गांधी ने एल्विश यादव पर गैरकानूनी रूप से सांप का जहर बेचने में शामिल होने का इल्जाम लगाया है और तुरन्त गिरफ्तारी की मांग की है चार नवंबर को राजस्थान के कोटा में पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ देर के लिए यादव को रोका था, जब वह अपने दोस्तों के साथ कार में यात्रा कर रहे थे हालांकि जल्द ही उन्हें छोड़ दिया गया था

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