फैक्टरी में लगी भीषण आग में मारे गए 11 लोगों में से आठ की हुई पहचान
बाहरी दिल्ली के अलीपुर में बृहस्पतिवार को एक फैक्टरी में लगी भयंकर आग में मारे गए 11 लोगों में से आठ की पहचान उनके परिवार के सदस्यों ने कर ली है। आवश्यकता पड़ने पर अज्ञात शवों के लिए डीएनए जांच कराई जा सकती है।
पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने यह पता लगाने के लिए जांच प्रारम्भ कर दी है कि घटना किस कारण से हुई और क्या पेंट फैक्टरी गैरकानूनी रूप से संचालित की जा रही थी।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक बयान में बोला कि जिस इमारत में आग लगी, उसका इस्तेमाल गैरकानूनी रूप से रासायनिक पेंट मिश्रित करने के लिए किया जा रहा था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस घटना में फैक्टरी के मालिक अशोक कुमार जैन और उनके 10 कर्मचारी मारे गए। अधिकारी ने कहा कि फैक्टरी ओम सन्स पेंट 2017 से काम कर रही है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘यह पता चला है कि जब काम चल रहा होता था तो मालिक फैक्टरी को अंदर से बंद कर देता था।’’
मारे गए आठ लोगों की पहचान अशोक कुमार जैन (62), राम सूरत सिंह (44), विशाल गौंड (19), अनिल ठाकुर (46), पंकज कुमार (29), शुभम (19), मीरा (44) और बृजकिशोर (19) के तौर पर हुई।
पुलिस ऑफिसरों ने बोला कि ऐसी संभावना है कि फैक्टरी का गेट बंद था और आग लगने के बाद कर्मचारी इमारत से बाहर नहीं निकल सके।
अधिकारी ने बोला कि फॉरेंसिक जानकारों ने मौके से नमूने एकत्र किए हैं। उन्होंने बोला कि ‘‘प्रथम दृष्टया, संभावना है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी और उस क्षेत्र में फैल गई जहां रसायन रखे हुए थे, जिससे कई विस्फोट हुए।’’
एक अन्य अधिकारी ने बोला कि कुछ पीड़ितों की पहचान उनके कपड़ों और अन्य वस्तुओं के आधार पर की गई। उन्होंने बोला कि यदि आवश्यकता पड़ी तो अज्ञात शवों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।
घटना अलीपुर के दयाल बाजार में हुई। फैक्टरी में रासायनिक सामग्री के गोदाम थे।
आग एक पुनर्वास केंद्र और आठ दुकानों सहित इर्द-गिर्द की इमारतों में फैल गई।
स्थानीय लोगों का इल्जाम है कि दमकल की गाड़ियां देर से पहुंचीं, जिसके कारण आग अन्य इमारतों में फैल गई।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक अधिकारी ने कहा कि आग लगने की सूचना शाम 5:25 बजे मिली और दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया, लेकिन जी टी करनाल रोड के पास भारी ट्रैफिक जाम के कारण देरी हुई।
दिल्ली पुलिस ने किसानों के आंदोलन के मद्देनजर अलीपुर की ओर जाने वाली कुछ सड़कों पर बैरिकेडिंग की हुई है। सूत्रों ने दावा किया कि देरी नजदीकी दमकल केंद्र पर दमकल गाड़़ियों की अनुपलब्धता के कारण हुई क्योंकि उन्हें दूसरे जगह पर भेजा गया था।
पुलिस ऑफिसरों ने बोला कि वैसे घटना में फैक्टरी मालिक की मृत्यु हो गई, इसलिए उसके बेटे, हरियाणा के सोनीपत के अखिल जैन से पूछताछ की जा रही है।
फैक्टरी मालिक के बेटे के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन मर्डर का प्रयास) के अनुसार मुद्दा दर्ज किया गया है। डीएफएस अधिकारी ने बोला कि दमकल की 22 गाड़ियों को आग बुझाने के लिए भेजा गया था।