ममता दीदी और भतीजे की विदाई अब सुनिश्चित है, अमित शाह बोले…
पश्चिम बंगाल में केंद्रीय गृहमंत्री ने अमित शाह ने बोला कि ममता ‘मां माटी और मानुष’ के नारे के साथ सत्ता में आई थीं, लेकिन वह पश्चिम बंगाल में माफियाओं की गवर्नमेंट चला रही हैं. हमारा समर्थन करें, क्योंकि यह सिर्फ़ नरेंद्र मोदी की गवर्नमेंट है जो ‘सोनार बांग्ला’ के सपने को साकार करने में सहायता कर सकती है. दीदी और उनका भतीजा अभिषेक, दोनों बीजेपी से डरे हुए हैं. ये हमारे नेताओं के होटल बुक नहीं होने देते, उनको वाहन नहीं मिलती है. जो होटल बुक होते भी हैं, वो ममता के गुंडे खाली करा देते हैं. मैं बताना चाहता हूं कि बीजेपी का कार्यकर्ता डरने वालों में से नहीं है. ममता दीदी, जितना संत्रास करना है कर लो, आपकी और भतीजे की विदाई अब सुनिश्चित है. ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक दोनों ही भाजपा से डरे हुए हैं.
इस असुरक्षा के कारण, वे हमारे नेताओं को होटल बुक करने और कार लेने की अनुमति नहीं देते हैं. यदि होटल बुक भी हो जाते हैं तो ममता के गुंडे उन्हें खाली करा देते हैं. मैं ममता को बताना चाहता हूं कि बीजेपी कार्यकर्ता रत्ती भर भी नहीं डरते! ममता कितनी भी प्रयास कर लें, उनकी ‘विदाई’ तय है! आज पूरे हिंदुस्तान में विकास हो रहा है, लेकिन पश्चिम बंगाल ममता के कुशासन के कारण इससे वंचित है. हमारा समर्थन करें, क्योंकि यह सिर्फ़ नरेंद्र मोदी की गवर्नमेंट है जो ‘सोनार बांग्ला’ के सपने को साकार करने में सहायता कर सकती है. आज पूरे हिंदुस्तान में विकास हो रहा है, लेकिन पश्चिम बंगाल ममता के कुशासन के कारण इससे वंचित है. हमारा समर्थन करें, क्योंकि यह सिर्फ़ नरेंद्र मोदी की गवर्नमेंट है जो ‘सोनार बांग्ला’ के सपने को साकार करने में सहायता कर सकती है.
संदेशखाली जैसी घटना, दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिलती. अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए, घुसपैठियों को संभालने के लिए, एक स्त्री सीएम की नाक के नीचे सैंकड़ों-हजारों स्त्रियों का उत्पीड़न करने का काम तृण मूल काँग्रेस के नेताओं ने किया है. सालों से हमारे राष्ट्र की जनता और रामभक्त चाहते थे कि अयोध्या में राम मंदिर बने. लेकिन ये लोग उसे रोक कर बैठे थे. जब राम मंदिर बना, तब ममता दीदी और भतीजे दोनों को निमंत्रण भेजा गया, परंतु ये वहां नहीं गए. ये घुसपैठियों से डरते हैं, इसलिए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं गए.