गरीबों को 3000 करोड़ रुपये की संपत्ति लौटाएगी सरकार, पीएम मोदी बोले…
केंद्र गवर्नमेंट अब बंगाल में भ्रष्टाचारियों से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा बरामद की गई 3,000 करोड़ रुपये की गैरकानूनी संपत्ति और पैसा गरीबों को लौटाने की तैयारी कर रही है. यह बात स्वयं पीएम मोदी ने बुधवार को बंगाल के नदिया जिले की कृष्णानगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहीं कृष्णानगर राजघराने की महारानी अमृता राय से टेलीफोन पर वार्ता के दौरान कही. पीएम ने इस संबंध में कानूनी रास्ता निकालने की भी बात कही है।
तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने राजमाता के विरुद्ध महुआ मोइत्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने बोला कि बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय ने गरीबों से लूटी गई करीब 3000 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद की है, जिसे गरीबों को लौटाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसलिए कानूनी राय ली जा रही है. पीएम ने बोला कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी विकल्पों पर काम कर रहे हैं कि बंगाल के गरीब लोगों का पैसा, जिनका पैसा शिक्षकों, क्लर्कों आदि की नौकरियों के लिए घूस के रूप में लूटा गया था, करप्ट लोगों के पास जाए. मुआवजा वापस किया जा सके बरामद संपत्तियों के माध्यम से उन्हें.
कानून तो बनाना ही पड़ेगा
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद नयी गवर्नमेंट बनते ही इसे वापस लाने के लिए जो भी नियम या कानून महत्वपूर्ण होंगे, बनाये जायेंगे। पीएम ने भाजपा प्रत्याशी से यह बात भी सबको बताने को कहा। राजमाता अमृता राय से आठ मिनट की वार्ता में पीएम ने अपनी चुनाव प्रचार तैयारियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। पीएम ने आश्वासन दिया कि इस बार बंगाल में बदलाव के लिए मतदान होगा।
एक दिन पहले पीएम ने बशीरहाट सीट से उम्मीदवार बनी संदेशखाली घटना की पीड़िता रेखा पात्रा से भी बात की थी। अमृता राय ने उन्हें उम्मीदवार बनाये जाने पर पीएम को धन्यवाद दिया। मोदी ने राजमाता से बोला कि आप महाराजा कृष्ण रायचंद जी की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं. इस पर अमृता ने बोला कि मैं एक बात शेयर करना चाहती हूं।
तृणमूल के लोग हमें गद्दार मानते हैं
अमृता रॉय ने बोला कि हम महाराजा कृष्णा रायचंदजी के परिवार से हैं। लेकिन, ये लोग (तृणमूल वाले) इसका विरोध कर रहे हैं। ऐसा बोला जाता है कि वह (महाराजा) अंग्रेजों के साथ थे. हम लोगों को देशद्रोही मानते हैं। हमने लोगों के कल्याण के लिए जमीनें दान की हैं और अन्य काम किए हैं, वे बात नहीं कर रहे हैं.’ हमारा बोलना है कि यदि महाराजा ने ऐसा न किया होता तो हमारा सनातन धर्म नष्ट हो गया होता. आज हमारी भाषा कुछ और होती। हमारे पहनावे अलग थे। इस पर मोदी ने बोला कि जब हमें बच्चे थे तो हम कृष्णा रायचंद जी के विकास कार्यों, समाज सुधार के कार्यों, बंगाल के विकास कार्यों, यहां के मॉडल के बारे में सुनते थे.
वोट की राजनीति करने वाले गुनाह देंगे
पीएम ने बोला कि ये (तृणमूल और अन्य विपक्षी दल) वोट बैंक की राजनीति करने वाले लोग हैं। अनर्गल इल्जाम लगाएंगे। बदनाम करने की प्रयास करेंगे ये लोग अपने मौजूदा पापों को छुपाने के लिए ऐसी चीजें ढूंढते रहते हैं, लेकिन जब ईश्वर राम की बात आती है तो कहते हैं सबूत कहां है. लेकिन जब बात कृष्णा रायचंद की आती है तो वह तुरंत इस मामले को सामने लाते हैं. ये उनका पाखंड है। आपको मन में तनाव नहीं लेना चाहिए।