आयकर ने सपा नेता आजम खान के घर व करीबियों के 30 ठिकानों पर की छापेमारी
लखनऊ: हेट स्पीच मुद्दे में सजायाफ्ता होने के बाद विधानसभा की सदस्यता गंवा चुके यूपी के पूर्व मंत्री और सपा नेता (SP leader) आजम खान (Azam Khan) के घर सहित करीबियों के यहां इनकम टैक्स छापे (Income tax raid) मारे गए हैं। इनकम टैक्स विभाग की टीमों ने बुधवार सुबह आजम खान के रामपुर में स्थित आवास और कार्यालय परिसर में छापा मारा। इसके अतिरिक्त आजम के करीबियों के ठिकानों पर मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और सीतापुर के साथ राजधानी लखनऊ में भी छापे मारे गए हैं। इनकम टैक्स ऑफिसरों ने यूपी और मध्य प्रदेश में कम से कम 30 परिसरों (30 Places) की तलाशी ली है। इनकम टैक्स विभाग ने छापे आजम खान के मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को लेकर मारे हैं।
सपा नेता आजम खान के ठिकानों पर इनकम टैक्स छापेमारी के बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बोला कि गवर्नमेंट जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने ही बढ़ते जाएंगे।
सरकार जितनी कमज़ोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने बढ़ते जायेंगे।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2023
लखनऊ में आजम खान के वकील मुश्ताक अहमद के घर पर भी इनकम टैक्स टीम ने तलाशी ली। आजम के करीबी माने जाने वाले समाजवादी विधायक नसीर अहमद के घर भी इनकम टैक्स का छापा मारा गया। सीतापुर में इनकम टैक्स की छापेमारी आजम के करीबी के स्वामित्व वाले रीजेंसी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, होटल मयूर और शाहिद होटल में चल रही है। मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी सांसद रहे और आजम के करीबी मुनव्वर सलीम के घर पर इनकम टैक्स टीम ने तलाशी ली है।
बुधवार सुबह से प्रारम्भ हुआ इनकम टैक्स विभाग का तलाशी अभियान समाचार लिखे जाने तक जारी है। छापे आजम खान के ट्रस्ट के द्वारा की गयी कथित टैक्स चोरी की शिकायतों को लेकर मारे गए हैं। यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान जौहर ट्रस्ट के प्रमुख ट्रस्टी है। इससे पहले वर्ष की आरंभ में योगी गवर्नमेंट ने ट्रस्ट को रिसर्च सेंटर की स्थापना के लिए रामपुर में दी गयी 3.24 एकड़ जमीन की लीज को खारिज कर दिया था। यह जमीन ट्रस्ट को महज 100 रुपये सालाना के हिसाब से 30 वर्षों के लिए तत्कालीन अखिलेश यादव गवर्नमेंट ने साल 2013-14 में दिया था।
बीते वर्ष जुलाई में आजम खान को 2019 के लोकसभी चुनावों के दौरान हेट स्पीच के दर्ज मुद्दे में दो वर्ष की कारावास की सजा हुयी थी। इसके बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता चली गयी थी। आजम खान को अब तक तीन भिन्न-भिन्न मामलों में गुनेहगार ठहराया जा चुका है।