करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पाल अमू ने भाजपा से दिया इस्तीफा
चंडीगढ़: हरियाणा बीजेपी के प्रवक्ता और करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पाल अमू ने यह इल्जाम लगाते हुए पार्टी से त्याग-पत्र दे दिया कि बीजेपी ने क्षत्रिय समुदाय का अपमान करने वाले आदमी को लोकसभा उम्मीदवार का टिकट दिया. वह साफ रूप से केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला का जिक्र कर रहे थे, जिन्हें बीजेपी ने गुजरात के राजकोट लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है. गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे अपने इस्तीफे में सूरज पाल ने यह भी इल्जाम लगाया कि पार्टी ने राजपूत नेताओं को दरकिनार कर दिया है.
अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि, “2014 के बाद से बीजेपी में नेतृत्व की स्थिति में क्षत्रिय समुदाय का अगुवाई भी लगातार कम होता जा रहा है. यहां तक कि समुदाय के प्रमुख नेताओं को भी पार्टी से किनारे किया जा रहा है. पार्टी ने एक ऐसे आदमी को टिकट दिया है, जिसने दिवंगत क्षत्रिय माताओं और बहनों के चरित्र पर शर्मनाक टिप्पणी की, उसे पूरे राष्ट्र के क्षत्रिय समुदाय का अपमान बताया जा रहा है.” अमू ने 2018 में भी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से त्याग-पत्र दे दिया था, लेकिन उनका त्याग-पत्र खारिज कर दिया गया था.
1990-91 तक वह बीजेपी युवा मोर्चा, सोहना के मंडल अध्यक्ष रहे. 1993-96 तक, उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा के जिला महासचिव के रूप में कार्य किया. वह 2018 से बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं. अमू 2018 में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे थे, जिसने कथित तौर पर राजपूत समुदाय की भावनाओं को आहत किया था.