राष्ट्रीय

जानें कैसे काम करेगी विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी

 29 फरवरी 2024 का दिन बेहद खास होने वाला है. यह दिन भारत के साथ-साथ पूरे विश्व के लिए काफी अहम होने वाला है. गुरुवार, 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के उज्जैन में 85 फीट ऊंटे टावर पर लगाई गई विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और उसके डिजिटल एप का वर्चुअली लोकार्पण करेंगे. इस खास मौके पर भोपाल से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी जुड़ेंगे. इस कार्यक्रम का आयोजन उज्जैन के चिंतामण बायपास मार्ग स्थित जंतर मंतर परिसर में किया जाएगा. बता दें कि मुख्यमंत्री जब 2022 में उच्च शिक्षा मंत्री थे, तब उन्होंने 22 मार्च 2022 को इस वैदिक घड़ी के 85 फीट टावर की नींव रखी थी.

अब सवाल आता है कि आखिर विक्रमादित्य वैदिक घड़ी किस तरह काम करेगी, इस घड़ी की खासियत क्या है, यह घड़ी किन चीजों के बारे में जानकारी देगी? आप इन सभी सवालों के जवाब हमारे इस लेख के जरिए जान सकते हैं.

पंचाग और मुहूर्त तक देख सकेंगे
दरअसल, यह दुनिया की पहली ऐसी डिजिटल घड़ी होगी, जो भारतीय कालगणना वैदिक समय, इंडियन स्टैंडर्ड टाइम (IST) और ग्रीमवीच मीन टाइम (GMT) के साथ ही भारतीय कालगणना वाले विक्रम संवत पंचाग, 30 मुहूर्त जिसमें ग्रह, योग, भद्रा, चंद्र स्तिथी, नक्षत्र, चौघड़िया, सूर्य उदय, सूर्यास्त, सूर्य व चंद्र ग्रहण के बारे में जानकारी देगी.

24 घंटों को 30 मुहूर्त में बांटा गया 
यह वैदिक घड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर समय बताएगी. इसे आम भाषा में अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त और अमृत काल कहा जाता है. विक्रमादित्य वैदिक घड़ी में ग्रीमवीच मीन टाइम के 24 घंटों को 30 मुहूर्त में बांटा गया है. हर मुहूर्त का एक धार्मिक नाम होता और साथ ही इसका एक खास मतलब भी होगा. इस घड़ी में घंटे, मिनट और सेकेंड की सुई भी होगी. इसके अलावा इस घड़ी में मौसम और पर्वों से जुड़ी सभी जानकारियां मिलेगी.

देश दुनिया के सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण के नजारे भी दिखेंगे
इस घड़ी में लगाए गए खास ग्राफिक्स के कारण इसमें हर घंटे अलग-अलग तरह की तस्वीरें दिखेंगी. इसमें अयोध्या का राम मंदिर, कैलाश मानसरोवर, 12 ज्योतिर्लिंग, देश दुनिया के सूर्यास्त और सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण के नजारे, राशि चक्र, नवग्रह आदि दिखाई देंगे. यह घड़ी GPS से जुड़ी होगी और इसके पास टेलिस्कोप भी लगाया जाएगा, जहां से खगोलीय घटनाओ का नजारा देखा जा सकेगा.

मोबाईल एप्प से जुड़ी हुई है वैदिक घड़ी
यह वैदिक घड़ी मोबाईल एप्प से जुड़ी होगी, जिसका नाम विक्रमादित्य वैदिक घड़ी है. इस एप्प को उत्तप्रदेश के लखनऊ निवासी आरोह श्रीवास्तव ने तैयार किया है. घड़ी के एप्प, इंटरनेट और जीपीएस के साथ जुड़े होने के कारण आप इसका दुनिका के किसी भी कोने में उपयोग कर सकेंगे. इसे मोबाइल और टीवी पर भी सेट किया जा सकेगा. आप घड़ी में होने वाले सभी बदलाव इस एप्प में देख सकेंगे.

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