Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस ने इस बार चूरू से राहुल कस्वां को बनाया प्रत्याशी
Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस पार्टी दोनों ही पार्टियां कमर कस के तैयारियां कर रही हैं। एक के बाद एक भाजपा और कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं के अंधाधुन्ध दौरे हो रहे हैं। राजस्थान के पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होना है। ऐसे में अब समय बहुत ही कम रह गया है।चूरू में 19 अप्रैल को मतदान होगा।
बीजेपी ने चूरू सीट से राहुल कस्वां का टिकट काटा जिसके बाद कांग्रेस पार्टी में वह शामिल हो गए। कांग्रेस पार्टी ने इस बार चूरू से राहुल कस्वां को प्रत्याशी बनाया है। वहीं भाजपा ने पैरा ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझडिया को टिकट दिया हैं। चूरू सीट पर कांग्रेस पार्टी भाजपा को कड़ी चुनौती दे सकती है।
लगातार दो बार सांसद रहे राहुल कस्वां को इस बार भाजपा ने लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया है।कस्वां परिवार की तीसरी पीढ़ी के राहुल कस्वां चूरू लोकसभा क्षेत्र से सांसद वर्तमान में हैं।वह 2014 और साल 2019 में लगातार दो बार चुनाव जीते। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल कस्वां का टिकट काटने पर भाजपा को हानि हो सकता है।
वहीं भाजपा की बात करें तो भाजपा ने देवेंद्र झाझड़िया को प्रत्याशी बनाया है। झाझड़िया जेवलीन थ्रो( भाला फेंक) के स्टार खिलाड़ी रह चुके हैं।भारत गवर्नमेंट ने उन्हें कई अवॉर्ड्स से नवाजा भी है। इस लोकसभा चुनाव से राजनीति में पद्मभूषण से सम्मानित जैवलिन थ्रोअर देवेंद्र झाझरिया की एंट्री हो गई है।
राजस्थान के चूरू और हनुमानगढ़ जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर चूरू लोकसभा क्षेत्र बना है। 8 विधानसभा सीटें इसमें शामिल है।चूरू जिले की 6-सादुलपुर, तारानगर, सुजानगढ़, सरदारशहर, चूरू, रतनगढ़ शामिल हैं। वहीं 2 सीट-नोहर और भादरा हनुमानगढ़ जिले की शामिल हैं।
चूरू सीट पर स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र झाझड़िया के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया था। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि चूरू सीट पर कस्वां परिवार का प्रारम्भ से ही दबदबा रहा है। राहुल कस्वां भी दो बार लगातार चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने चूरू सीट पर चुनावी जनसभा का संबोधन इसलिए किया कि कहीं ये सीट भाजपा के हाथ से निकल नहीं जाए? नतीजे आने के बाद इस सीट की स्थित साफ होगी की क्या राहुल कस्वां को जनता का साथ मिलता है या झाझड़िया को जनता सांसद चुनती है?