Lok Sabha Elections 2024: अपने नेताओं की बगावत से निपटें’ ‘MVA सहयोगी दल : उद्धव ठाकरे
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को बोला कि महाविकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों की यह जिम्मेदारी है कि वे अपनी-अपनी पार्टियों के भीतर किसी भी बगावत को रोकें. सांगली लोकसभा सीट शिवसेना (यूबीटी) के खाते में जाने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के विशाल पाटिल द्वारा अपना नामांकन दाखिल करने के मद्देनजर ठाकरे ने यह टिप्पणी की.
ठाकरे ने पार्टी के चुनाव चिह्न के प्रचार के लिए एक गीत जारी करने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने बोला कि एमवीए पार्टियों का एक संयुक्त घोषणापत्र जल्द ही जारी किया जाएगा. एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), राकांपा (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस पार्टी शामिल हैं. ठाकरे ने भरोसा जताया कि एमवीए महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा, “एमवीए पार्टियों ने एक प्रेसवार्ता आयोजित की और सीट बंटवारा समझौते की घोषणा की. अब यदि कोई बगावत होती है तो उसे रोकने की जिम्मेदारी गठबंधन के सहयोगी दल की है.”
कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुसलमान लीग की छाप होने के बीजेपी के इल्जाम का उत्तर देते हुए, ठाकरे ने बोला कि सत्तारूढ़ दल का मुसलमान लीग के साथ अधिक पुराना अनुभव है क्योंकि आजादी से पहले जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने उस संगठन के साथ गठबंधन किया था ताकि कांग्रेस पार्टी बंगाल में गवर्नमेंट नहीं बना सके. बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र गवर्नमेंट पर परोक्ष धावा करते हुए उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न ‘मशाल’ राष्ट्र में निरंकुश शासन को राख में बदल देगा. उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी ने पहले ही अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है और महाराष्ट्र से संबंधित पहलुओं को एमवीए के संयुक्त घोषणापत्र में शामिल किया जाएगा. ठाकरे ने कहा, “हमारा चुनाव चिह्न ‘मशाल’ महाराष्ट्र के कोने-कोने तक पहुंच गया है. अब ‘मशाल’ निरंकुश शासन को राख कर देगी.”
पूर्व सीएम ने बोला कि पिछले वर्ष शिवसेना (यूबीटी) ने ‘मशाल’ चुनाव चिह्न पर अंधेरी उपचुनाव जीता था. पिछले साल, निर्वाचन आयोग ने सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को चुनाव चि₨ह्न ‘तीर-कमान’ और मूल शिवसेना आवंटित की थी जबकि पार्टी के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट को ‘मशाल’ चुनाव चिह्न आवंटित किया गया था.