हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी
नायब सिंह सैनी (Nayab Singh) को हरियाणा का नया मुख्यमंत्री बनाया गया है, जिसके बाद से देशभर के सैनी समाज में खुशी की लहर है। इसी कड़ी में राजस्थान के जयपुर में भी सैनी के मुख्यमंत्री बनने पर उत्सव का माहौल है। कहा जा रहा है, कि इसको लेकर शुक्रवार (15 मार्च 2024) शाम 6:30 बजे जयपुर के महात्मा ज्योतिबा फूले सर्किल 22 गोदाम पर एक कर्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान सैनी समाज और ओबीसी समाज की ओर से आतिशबाजी की जाएगी। सैनी समाज के लोग इस कार्यक्रम के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व का के प्रति आभार प्रकट करेंगे। जानकारी के अनुसार, इस दौरान सामाजिक इन्साफ एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत भी उपस्थित रहेंगे। एक रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में सैनी (माली) समाज के करीब 10 फीसदी जनसंख्या है। इसी के चलते सैनी समाज में उत्साह का माहौल है।
सैनी कैसे बने हरियाणा के सीएम?
लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिला। मंगलवार, 12 मार्च की सुबह हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने मुख्यमंत्री पद से त्याग-पत्र दे दिया। इसके साथ ही उनकी पूरी कैबिनेट ने भी गवर्नर को त्याग-पत्र सौंपा, जिसे तुरंत स्वीकार भी कर लिया गया। खट्टर के इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी हरियाणा का नया सीएम (Haryana New CM) बनाया गया।
कितने पढ़-लिखे हैं हरियाणा के नए मुख्यमंत्री सैनी
बता दें इस समय नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) कुरुक्षेत्र से बीजेपी (बीजेपी) के लोकसभा सांसद हैं। उनका जन्म अम्बाला के मीज़ापुर माजरा गांव में 25 जनवरी, सन् 1970 में हुआ था। नायब सिंह ने मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से कानून यानि LLB की पढ़ाई की। उन्होंने बिहार के मुज़फ्फरपुर के बी।आर।अम्बेडकर बिहार यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई की है।
कैसे प्रारम्भ हुआ नायब सैनी का राजनी तिक करियर
हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हैं। पिछले वर्ष यानि अक्टूबर, 2023 में पार्टी ने उन्हें राज्य प्रमुख के तौर पर नियुक्त किया था। अब यदि बात करें नायब सिंह के सियासी यात्रा की तो उन्होंने सन् 1996 में राजनीति में अपना पहला कदम रखा था। उन्होंने सियासी करियर की आरंभ बीजेपी संगठन में एंट्री के साथ की थी और 2000 तक यहां कामकाज किया। इस दौरान वह संगठन में भिन्न-भिन्न पदों पर रहे। फिर 2002 में नायब सिंह अंबाला में युवा विंग के जिला महासचिव रहे। इसके बाद 2005 में वह अंबाला में जिला अध्यक्ष बनाए गए। काम के प्रति लगन-भाव को देखते हुए 2009 में उन्हें हरियाणा में भाजपा किसान मोर्चा के राज्य महासचिव बनाया गया। 2012 में एक और प्रमोशन मिलने के बाद नायब सिंह को अंबाला भाजपा जिला अध्यक्ष बनाया गया। इस दौरान उन्होंने भिन्न-भिन्न पदों पर सेवाएं दीं।
नायब सिंह के सियासी यात्रा तब चमक उठा जब वह 2014 में पहली बार अंबाला की नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक बने। फिर 2016 में उनको हरियाणा गवर्नमेंट में श्रम-रोजगार मंत्री बनाया गया। इसके अतिरिक्त वह खान और भूविज्ञान मंत्री और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री भी रहे हैं।
मनोहर लाल खट्टर के नजदीकी हैं सैनी
बता दें नायब सिंह सैनी को पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का करीबी माना जाता है। वहीं भाजपा संगठन में भी उनकी पकड़ काफी अच्छी मानी जाती है। कहा जाता है 2019 में जब सैनी सांसद बने तो बीजेपी ने ना केवल 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की, बल्कि पार्टी उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से प्रत्याशियों को हराया था।