नारी शक्ति विधेयक पर नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा को मिला भारी समर्थन
नारी शक्ति विधेयक पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भारी समर्थन मिला है। सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर पीएम के ट्वीट को लाखों लोगों का इंप्रेशन मिला है और उनके ट्वीट को दस हजार से अधिक बार रीट्वीट किया गया है। इसी तरह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी लाखों लोगों का इंप्रेशन और भारी संख्या में रीट्वीट मिला है। वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय ट्विटर हैंडल हों या यूपी या दिल्ली के पार्टी संगठन के ट्विटर हैंडल, सबको बहुत कम लोकप्रियता मिली है। बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपनी सोशल मीडिया टीम को और अधिक सशक्त करने की रणनीति बनाई है।
मोदी के ट्वीट ने मचाई धूम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद से नारी शक्ति वंदन विधेयक के पारित होने के बाद ट्वीट कर सभी सांसदों को धन्यवाद दिया। उन्होंने बोला कि नारी शक्ति विधेयक के पारित होने से स्त्री सशक्तिकरण के एक नए युग की आरंभ होगी और उनको एक नयी पहचान मिलेगी। मोदी के इस ट्वीट को अब तक 22 लाख इंप्रेशन मिल चुके हैं। 59 हजार लोग इसे पसंद कर चुके हैं, जबकि 10.5 हजार लोग इस ट्वीट को रीट्वीट कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने इस मामले पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं और उनके हर ट्वीट को हजारों शेयर, पसंद और रीट्वीट मिले हैं। शुक्रवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं के द्वारा उनका स्वागत किए जाने को भी अब तक 12 लाख लोगों का इंप्रेशन, 46 हजार लाइक और 7500 के लगभग रीट्वीट हो चुके हैं।
वहीं, बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से नारी शक्ति वंदन विधेयक के पारित होने पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के भाषणों को ट्वीट किया गया जिनमें से हर एक को करीब 650 रीट्वीट मिले हैं। दिल्ली बीजेपी के ट्वीट को सिर्फ़ चार हजार के करीब इंप्रेशन और 145 रीट्वीट मिले हैं।
दूसरे नेताओं के ट्वीट को मिली इतनी लोकप्रियता
गृहमंत्री अमित शाह ने नारी शक्ति मामले पर दर्जनों ट्वीट किए हैं। उनके हर ट्वीट को एक लाख से चार लाख तक इंप्रेशन मिले हैं, और उन्हें एक हजार से चार हजार बार तक रीट्वीट किया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नारी शक्ति विषय पर संसद में दिए गए मुख्य भाषण को 1.25 लाख के करीब हजार इंप्रेशन और 1900 के लगभग रीट्वीट मिले हैं। उनके इसी मामले पर कई ट्वीट किए गए हैं जिनमें सबको अच्छी लोकप्रियता मिली है।
योगी लोकप्रिय, लेकिन संगठन कमजोर
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश, जहां से बीजेपी के सबसे अधिक सांसद जीतकर आते हैं, जो 2012 के बाद बीजेपी के सबसे बड़े गढ़ के रूप में उभरा है, और मोदी गवर्नमेंट को सबसे अधिक शक्ति देते हैं, वहां भी स्त्री आरक्षण की एतिहासिक उपलब्धि पर किए गए ट्वीट को सौ के करीब रीट्वीट और चार हजार के लगभग ही इंप्रेशन मिले हैं। यह बताता है कि इस सबसे बड़े राज्य में भी बीजेपी सोशल मीडिया के मोर्चे पर पीएम मोदी की अपेक्षाओं के अनुरूप खरी नहीं उतर रही है। जहां बीजेपी संगठन में भारी संख्या में पदाधिकारी और एक्टिव कार्यकर्ता हैं, वहां सौ के लगभग रीट्वीट को नगण्य बताया जा रहा है।
लेकिन इसी राज्य में सीएम योगी आदित्यनाथ के ट्वीट को खूब देखा और रीट्वीट किया गया है। नारी शक्ति विधेयक पर सीएम योगी आदित्यनाथ के ट्वीट को लगभग 1.25 लाख इंप्रेशन मिले हैं, जबकि इसे अब तक लगभग एक हजार रीट्वीट मिल चुके हैं। इस तरह यहां भी सीएम के ट्वीट की लोकप्रियता बरकरार है, जबकि संगठन के ट्वीट कम लोकप्रिय हैं।
भाजपा ने किया बचाव
वहीं, बीजेपी नेताओं ने पार्टी के कम ट्वीट का बचाव किया है। बीजेपी की केंद्रीय इकाई के एक शीर्ष नेता ने मीडिया से बोला कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और पार्टी अध्यक्ष के ट्टीट को अधिक से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी रीट्वीट करते हैं। ऐसे में प्रदेश संगठन या प्रदेश स्तर के नेताओं के द्वारा किए गए ट्वीट को कम अहमियत मिल पाती है। लेकिन पार्टी का मुख्य संदेश और पीएम और पार्टी अध्यक्ष का संदेश हमेशा सबकी अहमियत में रहता है।