एनआईए की टीमों ने यूपी के पांच जिलों में आठ जगहों पर की छापेमारी
एनआईए की टीमों ने उत्तर प्रदेश के पांच जिलों में आठ जगहों पर छापेमारी की। कहा जा रहा है कि उग्रवादी कनेक्शन और टेरर फंडिंग की जांच के मुद्दे में यह कार्रवाई की गई है। प्रयागराज, वाराणसी, आज़मगढ़ और देवरिया जिलों में आठ स्थानों पर छापेमारी की गई है। आज सुबह से ही एनआईए की कई टीमें इस ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। इसके अतिरिक्त कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।
सरकार विरोधी गतिविधियां संचालित करने का आरोप
एनआईए ने सुबह-सुबह वाराणसी के चितईपुर थाना क्षेत्र के करौली की महामनापुरी कॉलोनी में एक घर पर छापा मारा। पता चला है कि इस मकान में दो विद्यार्थी भगत सिंह विद्यार्थी मोर्चा का कार्यालय चला रहे हैं। उन पर कार्यालय से गवर्नमेंट विरोधी गतिविधियों को निर्देशित करने का इल्जाम है। मिली जानकारी के अनुसार इस संगठन के दो सदस्य हिरासत में हैं।
होम रोड पर भी फोर्स तैनात है
सूत्रों के मुताबिक, घर में विद्यार्थियों के अतिरिक्त मोर्चा से जुड़े अन्य युवा भी उपस्थित थे। एनआईए की टीम सभी से भिन्न-भिन्न पूछताछ कर रही है। मोर्चा के सदस्यों पर इल्जाम है कि वे बीएचयू में विभिन्न मुद्दों पर आंदोलन कर रहे हैं। इसके साथ ही वे विभिन्न मुद्दों पर गवर्नमेंट का विरोध भी कर रहे हैं। महामनापुरी कॉलोनी में हाउस रोड पर भी फोर्स तैनात है।
जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव के घर पर भी छापेमारी की गई
वहीं, दूसरी ओर देवरिया के उमा नगर क्षेत्र में भी एनआईए टीम की छापेमारी जारी है। उमानगर क्षेत्र में डाॅ। रामनाथ चौहान के घर पर छापेमारी की गयी है। वह जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव हैं। उनके घर के बाहर पुलिस बल भी तैनात है। उनके घर पर भी आज सुबह 5 बजे से छापेमारी चल रही है। हालांकि, वे घर पर उपस्थित नहीं हैं। घर के अंदर एनआईए परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। एनआईए की टीमें चंदौली, आज़मगढ़ और प्रयागराज में भी भिन्न-भिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। इस कार्रवाई के पीछे का मकसद सीपीआई टेरर फंडिंग मुद्दे का खुलासा करना और इससे जुड़ी सभी कड़ियों को खुलासा करना है।