CAA पर असदुद्दीन ओवैसी समेत विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा, CM योगी बोले..
सीएए लागू होने के बाद देशभर से सियासी प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सीएए लागे होने पर केंद्र गवर्नमेंट पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर बोला कि आप क्रोनोलॉजी समझिए। पहले इलेक्शन सीजन आएगा फिर सीएए नियम आएंगे। ओवैसी ने आगे बोला कि सीएए विभाजनकारी अधिनियम है और यह आरएसएस के नाथूराम गोडसे की सोच पर आधारित है, जो मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहती है। उन्होंने बोला कि पीड़ित या सताए गए आदमी को उसके धर्म या राष्ट्रीयता के आधार पर नागरिकता नहीं देनी चाहिए।
अल्पसंख्यकों को हिंदुस्तान में नागरिकता
सोमवार शाम को केंद्र गवर्नमेंट ने देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू कर दिया है। सीएए लागे होने के बाद अफगानिस्तान, पाक और बांग्लादेश से 31 दिसंबर 2014 से पहले आए अल्पसंख्यकों को हिंदुस्तान में नागरिकता दी जाएगी। नागरिकता पाने वालों में हिंदू, जैन, सिख, ईसाई, बौद्ध और पारसी धर्म के लोग शामिल होंगे।
सीएम योगी ने कहा ऐतिहासिक फैसला
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएए लागू होने के बाद सोशल मीडिया पर पीएम नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद जताया। उन्होंने केंद्र गवर्नमेंट के इस निर्णय को ऐतिहासिक कहा है। मुख्यमंत्री योगी ने गवर्नमेंट के इस निर्णय का स्वागत करते हुए बोला कि यह कानून इन्सानियत के कल्याण के लिए है। उन्होंने बोला कि इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में मजहबी बर्बरता से पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का सम्मान वापस लौटेगा।
विपक्षी दलों ने मोदी गवर्नमेंट को घेरा
CAA लागू होने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने खुशी जाहिर करते हुए बोला कि इस अधिसूचना के साथ पीएम मोदी ने अपनी एक और प्रतिबद्धता पूरी की है। वहीं, दूसरी तरफ सीएए पर विपक्षी दलों ने केंद्र गवर्नमेंट को घेरा है। कांग्रेस पार्टी नेता जयराम रमेश ने प्रश्न उठाते हुए बोला कि नागरिकता संशोधन कानून को चुनाव से पहले ही लागू क्यों किया?