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पीएम मोदी ने जी20 सम्मेलन से की इतर वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की शुरुआत की घोषणा

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–>नई दिल्ली . पीएम मोदी ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अंतरराष्ट्रीय जैव ईंधन गठबंधन की आरंभ की घोषणा की

अब तक कुल 19 राष्ट्र और 12 तरराष्ट्रीय संगठन गठबंधन में शामिल होने के लिए सहमत हुए हैं, जिनमें जी20 सदस्य और गैर-सदस्य राष्ट्र दोनों शामिल हैं

भारत, ब्राजील और अमेरिका गठबंधन के संस्थापक सदस्य हैं

प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो दा सिल्वा, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, इतालवी पीएम जियोर्जिया मेलोनी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना सहित अन्य की उपस्थिति में गठबंधन की आरंभ की

भारत, ब्राज़ील और अमेरिका के अतिरिक्त इस पहल का समर्थन करने वाले अन्य जी20 सदस्य राष्ट्रों में अर्जेंटीना, कनाडा, इटली और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं सम्‍मेलन के लिए आमंत्रित राष्ट्रों में बांग्लादेश, सिंगापुर, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात हैं

प्रधानमंत्री ने नयी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “आज समय की मांग है कि ईंधन मिश्रण के क्षेत्र में सभी राष्ट्र मिलकर काम करें हमारा प्रस्ताव पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण को 20 फीसदी तक ले जाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहल करने का है या वैकल्पिक रूप से, हम व्यापक अंतरराष्ट्रीय भलाई के लिए एक और सम्मिश्रण मिश्रण विकसित करने पर काम कर सकते हैं, जो स्थिर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ जलवायु सुरक्षा में भी सहयोग देता है इसी संदर्भ में आज हम ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस लॉन्च कर रहे हैं हिंदुस्तान आप सभी को इस पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है

गठबंधन के तीन संस्थापक सदस्य, अमेरिका, हिंदुस्तान और ब्राजील इथेनॉल के अंतरराष्ट्रीय उत्पादन में लगभग 85 फीसदी का सहयोग करते हैं

मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन का शुरुआत स्थिरता और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में हमारी खोज में एक जरूरी क्षण है मैं इस गठबंधन में शामिल होने वाले सदस्य राष्ट्रों को धन्यवाद देता हूं

हालाँकि, चीन और ऑयल उत्पादक सऊदी अरब और रूस ने गठबंधन का हिस्सा नहीं बनने का निर्णय किया है

नए गठबंधन को जैव ईंधन के उत्पादन और व्यापार को बढ़ाने के लिए मांग और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा देने और ओपेक समूह के विकल्प के रूप में सहायता करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच के रूप में देखा जा रहा है

भारत ऐसे समय में ईंधन के लिए अपनी आयात निर्भरता में कटौती करने के लिए विभिन्न स्रोतों के माध्यम से अपने जैव ईंधन उत्पादन को बढ़ाने पर विचार कर रहा है जब ओपेक प्‍लस समूह ने लगातार उत्पादन में कटौती लागू किया है

जी20 नेताओं की शनिवार को जारी घोषणा में बोला गया कि सदस्य राष्ट्र “हमारी शून्य और कम उत्सर्जन विकास रणनीतियों में टिकाऊ जैवईंधन के महत्व को पहचानते हैं, और एक अंतरराष्ट्रीय जैव ईंधन गठबंधन की स्थापना पर ध्यान देते हैं

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