पीएम ने कहा, दूसरे कार्यकाल के अंत तक सबसे लोकप्रिय सरकारें भी समर्थन खोने लगती हैं. विश्व में पिछले कुछ सालों में सरकारों के प्रति असंतोष भी बढ़ा है. हिंदुस्तान अपवाद के रूप में खड़ा है, जहां हमारी गवर्नमेंट के लिए जनसमर्थन बढ़ रहा है.
370 पर बोले, आप स्वयं आकर देखिये क्या परिवर्तन हुए
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने पर मोदी ने कहा, आप मेरी बातों में न जाएं, स्वयं वहां आकर देखें. आपको साफ पता चलेगा कि इस कदम के बाद वहां क्या परिवर्तन हुए. वहां जमीनीस्तर पर व्यापक सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं. वहां के लोगों के जीवन में नयी आशा जगी है. 2023 में 2.1 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने जम्मू और कश्मीर का दौरा किया. आतंकवादी घटनाओं में गौरतलब गिरावट आई है.
आतंक, अत्याचार मुक्त माहौल का पक्षधर
पाकिस्तान से संबंधों के प्रश्न पर मोदी ने कहा, हिंदुस्तान ने हमेशा आतंक और अत्याचार मुक्त माहौल में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने की वकालत की है. मैंने पाक के पीएम को पदभार संभालने पर शुभकामना भी दी है. इमरान खान को कारावास में डालने पर मोदी ने कहा, मैं पाक के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करूंगा.
प्रभु श्रीराम का नाम हमारी राष्ट्रीय चेतना पर अंकित
पीएम मोदी ने कहा, प्रभु श्रीराम का नाम हमारी राष्ट्रीय चेतना पर अंकित है. ईश्वर राम के जीवन ने हमारी सभ्यता में विचारों और मूल्यों की रूपरेखा तय की है. इसलिए 11 दिनों के विशेष अनुष्ठान के दौरान मैंने उन जगहों की तीर्थयात्रा की जहां श्रीराम के पदचिह्न हैं. मैंने देखा कि श्रीराम हम सभी भीतर हैं.
भारत में तेज हुई सुधार की गति
मोदी ने कहा, पिछले दशक में हिंदुस्तान के बुनियादी ढांचे में तेजी से परिवर्तन से राष्ट्र में सुधार की गति तेज हो गई है. 10 सालों में हमारा राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क 60 प्रतिशत बढ़ गया है. हमने अपने हवाईअड्डों को दोगुना से अधिक कर दिया है. 2014 में 74 से बढ़कर 2024 में 150 से अधिक हो गए हैं. हमारी सागरमाला परियोजना से समर्थित अपने बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाई है और परिचालन दक्षता में सुधार किया है. टेक-स्मार्ट वंदे हिंदुस्तान ट्रेनें प्रारम्भ की हैं.
देश के जीन में लोकतंत्र
मोदी ने कहा, हम केवल इसलिए लोकतंत्र नहीं हैं कि हमारा संविधान ऐसा कहता है, बल्कि यह हमारे जीन में है. तमिलनाडु का उत्तरामेरूर में आप 1100 से 1200 वर्ष पहले के हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में शिलालेख पा सकते हैं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में 2019 के चुनावों में 60 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया. अब से कुछ महीनों में 97 करोड़ से अधिक लोग वोट डालेंगे.