PM Modi Interview: पीएम मोदी ने समझाया अपने काम करने का स्टाइल
PM Narendra Modi Newsweek Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्होंने राष्ट्र के करीब 80 फीसदी जिलों में कम से कम एक रात बिताए हैं और इसलिए उनका हर स्थान से सीधा कनेक्शन है। पीएम ने बोला कि इससे उन्हें डायरेक्ट फीडबैक मिलने में सहायता होती है। अमेरिकी मीडिया ‘न्यूजवीक’ को दिए साक्षात्कार में पीएम ने लीडरशिप की बात करते हुए एक किस्सा भी सुनाया। तब वह गुजरात के सीएम हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि एक बार तड़के 3 बजे करजण (कर्जन, वडोदरा) टाउन से किसी ने टेलीफोन कर दिया।
तड़के स्टाफ सीएम को नहीं उठाता लेकिन…
मोदी ने कहा कि आमतौर पर कोई भी इतनी सुबह सीएम को अलर्ट नहीं करता लेकिन मेरा स्टाफ मेरे काम करने का तरीका जानता था। ऐसे में उन्होंने मुझ तक बात पहुंचाई। टेलीफोन करने वाले आदमी ने टाउन में एक जोरदार धमाके की बात कही थी। उसने कहा कि मैं उसके घर पहले खाना खाने गया था तो उसकी पुरानी जान पहचान है और उसने सीधे मुझसे बात करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने उससे टेलीफोन पर बात की। पूछा कि क्या कारण हो सकता है। उन्होंने मुझसे बोला कि उनके घर के एकदम करीब से रेलवे लाइन गुजरती है। यह रेलवे से जुड़ा कुछ हो सकता है। ऐसे में मैंने फौरन जिला प्रशासन, रेलवे ऑफिसरों और अपने स्टाफ को घटना की जानकारी लेने के निर्देश दिए।
प्रशासन को समाचार नहीं थी और…
तब तक किसी ने घटना के बारे में नहीं सुना था। किसी को कोई समाचार नहीं लेकिन फौरन पूरा प्रशासन काम पर लग गया। वह ट्रेन हादसा थी। हालांकि समय पर जानकारी मिलने से राहत और बचाव कार्य शीघ्र प्रारम्भ हो गया। सुबह होने से पहले हमने हालात को संभाल लिया था। घायल हॉस्पिटल में थे और हादसा स्थल को क्लियर कर दिया गया था।
लीडरशिप का गुण ईश्वर से मिला
पीएम ने बोला कि सुनना लीडरशिप का एक जरूरी गुण है और उन्हें ईश्वर ने यह गुण दिया है। पीएम ने बोला कि वह टेलीफोन कॉल, मैसेज या किसी और चीज से परेशान नहीं होते। उन्होंने बोला कि जब मैं कुछ कर रहा होता हूं तो मैं उस कार्य से 100 फीसदी जुड़ा और तल्लीन रहता हूं। लीडरशिप की बात करते हुए पीएम ने बोला कि नेताओं के लिए बॉटम से टॉप तक फीडबैक चैनल होना चाहिए। ऐसे फीडबैक चैनल एक नहीं, कई होने चाहिए जिससे किसी तरह का पूर्वाग्रह न रहे।
चीन से रिश्तों पर दो टूक
इंटरव्यू में पीएम ने चीन के साथ रिश्तों पर भी उत्तर दिया। उन्होंने आशा जताई कि कूटनीतिक और सेना स्तरों पर सकारात्मक द्विपक्षीय संबंधों के माध्यम से दोनों राष्ट्र अपनी सीमाओं पर शांति बहाल करने और उसे बनाए रखने में सक्षम होंगे। मोदी ने बोला कि हिंदुस्तान के लिए चीन के साथ संबंध जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘मेरा यह मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से बनी स्थिति से तुरन्त निपटने की आवश्यकता है।‘ पीएम ने बोला कि हिंदुस्तान और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न सिर्फ़ हम दोनों राष्ट्रों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए जरूरी हैं।