राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने 94 कलाकारों को वर्ष 2022-23 के संगीत नाटक अकादमी अवार्ड्स से किया सम्मानित
जयपुर . नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में बुधवार को आयोजित भव्य सम्मान कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संगीत, नृत्य, नाटक और लोक कलाओं में उत्कृष्टता हासिल करने वाले कलाकारों को साल 2022-23 के संगीत नाटक अकादमी अवार्ड्स से सम्मानित किया.
राष्ट्रपति ने संगीत, नृत्य, नाटक, लोक और जनजातीय कलाएं, कठपुतली और संबद्ध रंगमंच कला के क्षेत्र में 94 प्रतिष्ठित कलाकारों (दो संयुक्त पुरस्कार) को वर्ष 2022 और 2023 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किए.
राजस्थान से साल 2022 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रख्यात कलाकारों में हिंदुस्तानी इंस्ट्रूमेंटल सरोद वादन में बेहतरीन उपलब्धि हासिल करने वाले कलाकार वसंत काबरा, अलाइड सिनेमाघर आर्टस (लाइटिंग) में दौलतराम वेध और परंपरागत लोक संगीत भपंग वादन के लिए गफूरुद्दीन मेवाती जोगी को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया, वहीं राजस्थान के मोईनुद्दीन खान को सारंगी वादन में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए साल 2023 का संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के हाथों दिया गया.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ने इस कार्यक्रम में वर्ष 2022 और 2023 के लिए अकादमी पुरस्कारों के अतिरिक्त 7 प्रतिष्ठित कलाकारों (एक संयुक्त फेलोशिप) को संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप (अकादमी रत्न) भी प्रदान किए. संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप (अकादमी रत्न) प्रदर्शन कला के क्षेत्र में प्रतिष्ठित कलाकार को उसके प्रदर्शन कला में असाधारण सहयोग के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है. वहीं, अकादमी की फेलोशिप सबसे प्रतिष्ठित और दुर्लभ सम्मान है, जिसे अधिकतम 40 व्यक्तियों को ही दिया जा सकता है.
अकादमी पुरस्कार वर्ष 1952 से प्रदान किए जा रहे हैं. ये सम्मान न सिर्फ़ उत्कृष्टता और उपलब्धि के उच्चतम मानक के प्रतीक हैं, बल्कि लगातार पर्सनल कार्य और सहयोग को भी मान्यता देते हैं. अकादमी फेलोशिप के अनुसार 3,00,000/- रुपये (तीन लाख रुपये) की नकद रकम प्रदान की जाती है. वहीं, अकादमी पुरस्कार के अनुसार ताम्रपत्र और अंगवस्त्रम् के अतिरिक्त 1,00,000/- रुपये (एक लाख रुपये) की नकद रकम दी जाती है.
पुरस्कार कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी, विधि और इन्साफ (स्वतंत्र प्रभार), संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, संस्कृति मंत्रालय में सचिव गोविंद मोहन, संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्षा डाक्टर संध्या पुरेचा मौजूद रहे.