जयपुर के 2 ज्वेलर्स ग्रुप की बढ़ी मुसिबतें, 425 करोड़ का रिकॉर्ड कोई हिसाब नहीं
जयपुर में 2 ज्वैलर्स ग्रुप के घर और शोरूम पर इनकम टैक्स (आईटी) विभाग की छापेमारी पांचवें दिन भी जारी है। टीम को जयपुर और दिल्ली के 17 ठिकानों पर कुल 425 करोड़ रुपये के अघोषित लेनदेन की जानकारी मिली है। इस छापेमारी के दौरान ऑफिसरों को 3.25 करोड़ की नकदी और सोना मिला है। इसमें 1.10 करोड़ कैश और 114 ग्राम सोना बरामद किया गया है। साथ ही टीम ने 100 किलो सोना बेचने के कागजात भी बरामद कर लिए हैं। यह सोना कहां से आया? इसकी जानकारी दोनों गुटों को नहीं है
आईटी ने अब तक जो रिकवरी की है। उसके आधार पर अब ईडी, डीआरआई, CBI और कस्टम की टीम भी कार्रवाई प्रारम्भ कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों ग्रुप के छापे में पकड़े गए सभी 8 लॉकर खोले जा चुके हैं। इन लॉकरों में आभूषणों के अतिरिक्त निवेश संबंधी डॉक्यूमेंट्स भी मिले हैं, जिनकी जांच होनी बाकी है.
100 किलो सोने की गिनती नहीं होती
अब तक की कार्रवाई में ऑफिसरों ने 425 करोड़ रुपये की ऐसी बिक्री का पता लगाया है, जो रिकॉर्ड में नहीं है। जांच के दौरान यह बिक्री और बढ़ सकती है। बताया जा रहा है कि ग्रुप द्वारा यहां पाई गई गड़बड़ी को देखते हुए छापेमारी अभियान पूरा होने में समय लगेगा. इसके अतिरिक्त 100 किलो सोने का भी हिसाब नहीं दिया गया है। इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी कार्रवाई के कारण शनिवार को भी समूह के अधिकतर आभूषण शोरूम बंद रहे. कुछ के शटर आधे खुले रहे. कोई व्यावसायिक गतिविधियाँ नहीं थीं. कहा जा रहा है कि विवाह के सीजन की खरीदारी का सबसे बड़ा हानि इस वर्ष अक्षय तृतीया पर दोनों समूहों को उठाना पड़ेगा. 10 मई को अक्षय तृतीया पर खरीदारी थोड़ा पहले हो जाती है.
क्या बात है
दरअसल, आयकर की टीम ने मंगलवार सुबह 5.30 बजे तीन राज्यों में ज्वैलर्स ग्रुप पर छापेमारी की। जयपुर में ग्रुप के घर और शोरूम पर तलाशी ली गई। साथ ही तलाशी के दौरान सट्टेबाजी से जुड़े कागजात भी मिले। आयकर से मिली जानकारी के अनुसार ये लोग कोलकाता में कई फर्जी कंपनियों के जरिए सोने-चांदी का कारोबार कर रहे थे। टैक्स चोरी की भी खूब जानकारी मिली।