राहुल गांधी : अमेठी और रायबरेली अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही…
रायबरेली. कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी ने यूपी की रायबरेली लोकसभा सीट से शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. अमेठी से 15 वर्ष तक सांसद रहे राहुल ने बोला कि उनके लिए अमेठी और रायबरेली भिन्न-भिन्न नहीं हैं, दोनों ही उनका परिवार हैं. राहुल ने रायबरेली सीट पर नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा खत्म होने से कठिन से घंटा भर पहले अपना पर्चा दाखिल किया. कांग्रेस पार्टी ने इससे पूर्व रायबरेली सीट पर उम्मीदवारी को लेकर बने रहस्य से पर्दा हटाते हुए सुबह यहां से राहुल गांधी को मैदान में उतारने की घोषणा की थी. रायबरेली पिछले दो दशक से उनकी मां सोनिया गांधी का निर्वाचन क्षेत्र रहा है.
नामांकन पत्र दाखिल करते समय राहुल के साथ कांग्रेस पार्टी नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी वाद्रा तथा उनके पति राबर्ट वाद्रा भी उपस्थित थे. राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत भी इस दौरान गांधी परिवार के साथ थे. राहुल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक संदेश में रायबरेली से नामांकन दाखिल करने को एक भावुक क्षण कहा और बोला कि अमेठी तथा रायबरेली उनके लिए भिन्न-भिन्न नहीं है. दोनों ही उनके परिवार हैं. उन्होंने कहा, रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था! मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है.
अमेठी और रायबरेली मेरे लिए भिन्न-भिन्न नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे ख़ुशी है कि 40 सालों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का अगुवाई करेंगे. राहुल ने कहा, अन्याय के विरुद्ध चल रही इन्साफ की जंग में, मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं. मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं. राहुल गांधी 2019 में अमेठी सीट से चुनाव हार गये थे, लेकिन केरल की वायनाड सीट से जीते थे.
अमेठी के फुरसतगंज हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद राहुल गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के साथ रायबरेली में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान कांग्रेस पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के सहयोगी दलों के नेता भी थे. कांग्रेस पार्टी ने अमेठी लोकसभा सीट से गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. राहुल गांधी इस बार उस सीट से किस्मत आजमा रहे हैं जिसका अगुवाई पूर्व में उनकी मां सोनिया गांधी, दादी इंदिरा गांधी और दादा फिरोज गांधी करते रहे हैं.
भाजपा ने बृहस्पतिवार को दिनेश प्रताप सिंह को रायबरेली से अपना उम्मीदवार घोषित किया था. वह 2019 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी से हार गए थे. नामांकन से पहले बृहस्पतिवार शाम को अमेठी जिले में गौरीगंज स्थित कांग्रेस पार्टी कार्यालय में राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीरों वाले पोस्टर लाए गए. केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी भी इस सीट से अपना नामांकन पत्र भर चुकी हैं. उन्होंने अपने विरुद्ध गांधी परिवार के किसी सदस्य के नहीं उतरने पर चुटकी ली.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अमेठी में गांधी परिवार का मैदान में नहीं होना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस पार्टी ने मतदान से पहले ही अमेठी में अपनी हार मान ली है.’’ अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा के कुछ ही समय बाद ईरानी ने कहा, ‘‘अगर उन्हें इस सीट पर अपनी जीत की थोड़ी भी आसार लगती तो यहां से चुनाव लड़ते और किसी और को नहीं उतारते.’’ इससे पहले यूपी कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अमेठी और रायबरेली दोनों सीट पर गांधी परिवार के सदस्यों के चुनाव लड़ने की मांग की थी.