देशभर के छोटे स्टेशनों और हॉल्ट को लेकर रेल मंत्रालय ने लिया ये बड़ा फैसला
नई दिल्ली। देशभर के छोटे स्टेशनों और हॉल्ट को लेकर रेल मंत्रालय ने बड़ा निर्णय किया है। यह निर्णय यात्रियों की सुविधा के लिए लिया गया है। जल्द ही इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया जाएगा। इसके अनुसार वो स्टेशन और हॉल्ट आएंगे, जहां पर ट्रेनें कम संख्या में रुकती हैं, लेकिन यात्रियों का आवागमन होता है। ज्यादातर इस तरह के स्टेशन और हॉल्ट ग्रामीण इलाकों में हैं।
देशभर में 7000 से अधिक छोटे बड़े स्टेशन और हॉल्ट हैं। स्टेशनों में आने वाली यात्रियों से होने वाली आय के मुताबिक उसकी श्रेणी तय होती है। सबसे अधिक भीड़ वाले ए प्लस, उससे कम भीड़ वाले ए, बी और सी। इनमें सी श्रेणी में सबसे कम भीड़ होती है, इसके अतिरिक्त कई स्थान हॉल्ट भी हैं, जहां पर इक्का दुक्का ट्रेनों का ठहराव होता है। ए प्लस, ए और बी श्रेणी के स्टेशन का डेवलपमेंट लगातार चलता रहा है। लेकिन कम भीड़ वाले स्टेशन और हॉल्ट पर न के बराकर डेवलपमेंट होता है। वैसे इन स्टेशनों और हॉल्ट से यात्री यात्रा करते हैं और सुविधा न होने से कठिनाई होती है, इसी को ध्यान में रखते हुए इनको डेवलप किया जा रहा है।
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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक देशभर के सभी स्टेशनों और हॉल्ट के लिए मानक तय किए जा रहे हैं, सभी मानक पूरे करने जरूरी होंगे। रेल मंत्री के मुताबिक इस संबंध में जल्द आदेश जारी कर दिए जाएंगे। अभी अनेक स्टेशनों और हाल्ट की ऊंचाई कम है, कोई ऊंचा है तो कोई नीचा है। कुछ प्लेटफार्म की लंबाई कम है, ट्रेन प्लेटफार्म से बाहर निकल जाती है।
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कहीं पर स्टेशन में टीन शेड नहीं है, यदि हैं तो बहुत ही कम है। इस वजह से ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को कठिनाई होती है। सभी स्टेशनों की ऊंचाई और लंबाई एक समान होगी। टीन शेड होगा, एक प्लेटफार्म से दूसरे पर जाने के लिए एस्क्लेटर के साथ रैंप डिजाइन किया जा रहा है, जिससे सामान्य लोगों के साथ दिव्यांगजन भी चढ़ सकें। इस तरह सभी स्टेशनों और हॉल्ट पर न्यूनतम सुविधाएं एक जैसी ही होंगी।