Rajasthan News: आखिर कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने क्यों बनाई राजस्थान से दूरी…
प्रदेश में लोकसभा चुनावों के दूसरे चरण का प्रचार 24 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा. पीएम मोदी राजस्थान में पहले चरण के चुनावों बाद 2 सभाएं कर चुके हैं और तीसरी 23 अप्रैल को टोंक-सवाई माधोपुर में प्रस्तावित है लेकिन कांग्रेस पार्टी की तरफ से दूसरे चरण के प्रचार के लिए राहुल-प्रियंका में से कोई राजस्थान नहीं आ रहा है.
चुनावों को लेकर इस बार कांग्रेस पार्टी की रणनीति नेशनल बनाम लोकल की दिखाई दे रही है. भाजपा जहां अपने राष्ट्रीय नेताओं को सीट-सीट घुमा रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी का प्रचार पूरी तरह क्षेत्रीय नेताओं के हाथों में ही है. भाजपा में पूरा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है, वहीं कांग्रेस पार्टी में राहुल-प्रियंका गांधी पहले चरण में भी प्रचार के लिए बहुत कम बार राजस्थान आए और दूसरे चरण में उनकी कोई सभा यहां प्रस्तावित नहीं है.
दरअसल कांग्रेस पार्टी यहां चुनावों को पूरी तरह लोकल मुद्दों पर केंद्रित रखना चाहती है. पहले चरण के चुनाव में वह इस रणनीति में सफल भी हुई है. चूरू का चुनाव कस्वां बनाम राजेंद्र राठौड़ ही रह गया. हालांकि भाजपा ने इसे कस्वां बनाम मोदी बनाने की प्रयास जरूर की थी. इसी तरह दौसा में भी पीएम का रोड शो हुआ लेकिन यहां का चुनाव जाति और गौत्र पर सिमट गया. यहां कांग्रेस पार्टी के मुरारी मीणा और भाजपा के कन्हैयालाल मीणा के बीच मुकाबला है.
बिना चेहरे की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस
कांग्रेस इस समय राष्ट्रीय स्तर पर बहुत कमजोर है और वह इस लोकसभा चुनावों में कोई फेस भी नहीं दे पाई. यहां तक की इंडी गठबंधन में भी पीएम का चेहरा कौन होगा, इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है. कांग्रेस पार्टी का पूरा कैंपेन मोदी के विरोध में है.
इसके उलट भाजपा तीसरी बार हैट्रिक लगाने के दावे के साथ नरेंद्र मोदी को अगला पीएम प्रस्तावित कर रही है. राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी मजबूत भी है लेकिन राजस्थान में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने उसे कड़ी भिड़न्त दी थी, ये बात भूलना नहीं चाहिए.