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RBI की स्थापना के 90 साल पूरे, PM बोले…

रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया (RBI) आज अपनी 90वीं एनिवर्सरी इंकार रहा है. इस मौके पर मुंबई में आयोजित स्मृति कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा,’आज हिंदुस्तान का रिजर्व बैंक एक ऐतिहासिक प्रणाव पर पहुंचा है. एक संस्थान के रूप में RBI आजादी के पहले और आजादी के बाद दोनों ही कालखंड का गवाह है. दुनिया में RBI की पहचान उसके प्रोफेशनलिज्म और कमिटमेंट की वजह से बनी है.

RBI के स्थापना के 90 वर्ष पूरे होने पर पीएम ने रिजर्व बैंक के सभी ऑफिसरों और कर्मचारियों को शुभकामना दी. उन्होंने कहा, ‘इस समय जो लोग RBI से जुड़े हैं उन्हें मैं बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं. आज आप जो नीतियां बनाएंगे, जो काम करेंगे उनसे RBI के अगले दशक की दिशा तय होगी. यह दशक इस संस्थान को उसके शताब्दी साल तक ले जाने वाला दशक है.

यह दशक विकसित हिंदुस्तान की संकल्प यात्रा के लिए भी उतना अहम है. जैसा आप लोगों का मंत्र है कि RBI के तेज ग्रोथ को संर्वोच्च प्रथामिता देते हुए ट्रस्ट और स्टेबिलिटी को भी उतना ही फोकस करना है.

आज हिंदुस्तान का बैंकिंग सिस्टम एक मजबूत और टिकाऊ प्रणाली
प्रधानमंत्री ने कहा- मैं जब 2014 में रिजर्व बैंक के 80 वें साल के कार्यक्रम में आया था, तब हालात बिल्कुल अलग थे. हिंदुस्तान का पूरा बैंकिंग सेक्टर समस्याओं और चुनौतियों से जूझ रहा था. NPA को लेकर हिंदुस्तान के बैंकिंग सिस्टम की स्थिरता और उसके भविष्य को लेकर हर कोई संभावना से भरा हुआ था.

आज हिंदुस्तान के बैंकिंग सिस्टम को दुनिया में एक मजबूत और टिकाऊ प्रणाली बताया जा रहा है. जो बैंकिंग सिस्टम कभी डूबने की कगार पर था, वो बैंकिंग सिस्टम अब प्रॉफिट में आ गया है और क्रेडिट में रिकॉर्ड ग्रोथ दिखा रहा है.

RBI गवर्नर कहे – उभरते रुझानों का एनालिसिस कर महत्वपूर्ण पॉलिसी के लिए कदम उठाया जा रहा
इससे पहले RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘एक संस्था के रूप में RBI का विकास भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है. इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के अधिनियमन जैसे पाथब्रेकिंग सट्रक्चरल रिफॉर्म और हाल के सालों में फ्लेग्जिबल इन्फ्लेशन टारगेटिंग को अपनाने से हमें बैंकिंग सिस्टम में चुनौतियों से निपटने और प्राइस स्टेबिलिटी को अधिक कारगर ढंग से बनाए रखने में सहायता मिली है.

आज की दुनिया में तेजी से हो रहे बदलावों को देखते हुए रिजर्व बैंक लगातार उभरते रुझानों का एनालिसिस कर रहा है और बदलते समय के साथ सामंजस्य बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण पॉलिसी के लिए कदम उठा रहा है.

 

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