राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का उत्तर देते हुए नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा है। हालांकि, उन्होंने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया। मोदी ने बोला कि कांग्रेस पार्टी ने अपने युवराज को एक स्टार्टअप बनाकर दिया है, अभी वो नॉन स्टार्टर है। न तो लिफ्ट हो रहा है, ना लॉन्च हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बोला कि मैं आजाद हिंदुस्तान में पैदा हुआ हूं, मेरे सपने भी आजाद हैं, जो गुलामी की मानसिकता को जीने वाले हैं, उनके पास कोई और चीज नहीं है, वे वही पुराने कागज लिये घूमते हैं।
प्रधानमंत्री ने बोला कि जिस BSNL को कांग्रेस पार्टी ने तबाह करके छोड़ा था, वो आज मेड इन इण्डिया 4जी, 5जी की ओर आगे बढ़ रहा है और दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। HAL के लिए इतने भ्रम फैलाए, आज रिकॉर्ड मैन्युफैक्चरिंग और रेवेन्यू जनरेट कर रहा है। उन्होंने बोला कि कर्नाटक में एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर बनाने वाली कंपनी HAL है। कहां छोड़ा था, कहां हमने पहुंचाया है। LIC को लेकर भी ऐसी अफवाह फैलाई गई। मैं सीना तानकर सुनाना चाहते हूं, आज LIC के शेयर रिकॉर्ड स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं।
उन्होंने बोला कि हमारे लिए राष्ट्र केवल जमीन का टुकड़ा नहीं है। हम सभी के लिए यह एक प्रेरणादायक इकाई है। यदि शरीर का एक अंग काम नहीं करता है, तो पूरा शरीर अक्षम माना जाता है। उसी तरह, यदि राष्ट्र का एक भी कोना विकास से वंचित है, तो राष्ट्र विकसित नहीं हो सकता। मोदी ने बोला कि आज जो भाषा बोली जा रही है, उसमें सियासी स्वार्थ के अनुसार राष्ट्र को तोड़ने के लिए नए-नए कथानक गढ़े जा रहे हैं…इससे बड़ी बात क्या हो सकती है राष्ट्र का दुर्भाग्य?…ऐसी मानसिकता एक राष्ट्रीय पार्टी से निकल रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है!…हमारा टैक्स, हमारा पैसा! कौन सी भाषा का प्रयोग किया जा रहा है? यह राष्ट्र के भविष्य के लिए घातक है।
मोदी ने बोला कि आज भी मेरा मंत्र है राष्ट्र के विकास के लिए राज्य का विकास। हम राज्यों के विकास से ही राष्ट्र का विकास कर पाएंगे। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि राज्य यदि एक कदम चलता है तो हम दो कदम चलेंगे। मैंने तो हमेशा बोला कि हमारे राज्यों के बीच में सकारात्मक सोच के साथ चलने की आवश्यकता है। उन्होंने बोला कि आज मध्यम वर्ग के लाखों बच्चे पढ़ने के लिए विदेश चले जाते हैं। मैं वो स्थिति राष्ट्र में लाना चाहता हूं कि मेरे बच्चों के लाखों रुपये बच जाएं। बेस्ट से बेस्ट यूनिवर्सिटी मेरे राष्ट्र में हो, उच्चतम शिक्षा उन्हें राष्ट्र में ही मिले। उन्होंने बोला कि मैंने हमेशा प्रतिस्पर्धी सहकारी संघवाद के महत्व पर बल दिया है। राज्यों को तीव्र प्रगति के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे हमें सकारात्मक मानसिकता अपनानी होगी।