राष्ट्रीय

गुलाम नबी आजाद ने किया लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP) के प्रमुख गुलाम नबी आज़ाद ने 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय किया है. इससे पहले, पूर्व कांग्रेस पार्टी नेता को डीपीएपी ने अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से नामांकित किया था. गुलाम नबी आज़ाद ने बुधवार को अनंतनाग में एक बैठक में यह घोषणा की. जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व कांग्रेसी गुलाम नबी आजाद स्वयं की पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में हैं. उधमपुर में जीएम सरूरी लड़ रहे हैं. आजाद को मुख्यमंत्री रहने के दौरान जम्मू में कराए गए कामों के लिए पसंद किया जाता है.

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आज़ाद ने कठुआ बलात्कारियों का समर्थन करने वाले लाल सिंह का समर्थन करने के लिए राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला को आड़े हाथों लिया. वे भाजपा से भी बदतर हैं. राहुल गांधी ने एक बार बोला था कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी हम नहीं जाएंगे. उमर अब्दुल्ला ने बोला कि जब तक वह कारावास नहीं जाएंगे, हम सांस नहीं ले पाएंगे. कारावास का क्या हुआ? लोकसभा चुनाव में गुलाम नबी आज़ाद की पार्टी के प्रत्याशियों से भाजपयों को आशा है कि यह वोट बैंक आजाद की पार्टी के खाते में जाने से उन्हें लाभ होगा. कांग्रेसियों का दावा है कि उन्हें नेशनल कॉन्फ्रेंस एवं पीडीपी का साथ होने के कारण किस्ता डोडा और उसके आभास लाभ होगा.

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