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चांद पर शिव-शक्ति पॉइंट के आसपास घूम रहा रोवर

Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल ने 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर इतिहास रच दिया था हिंदुस्तान ऐसा साहसिक कारनामा करने वाला दुनिया का पहला और अब तक का एकमात्र राष्ट्र बन गया इसके बाद से लगातार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रज्ञान रोवर के संबंध में जानकारी उपलब्ध करा रहा है ISRO ने एक लेटेस्ट वीडियो शनिवार को ट्वीट किया और लिखा कि दक्षिणी ध्रुव पर चंद्र रहस्यों की खोज में प्रज्ञान रोवर शिव शक्ति प्वाइंट के आसपास घूम रहा है!

इससे पहले ISRO ने शुक्रवार को अपडेट दिया था कि रोवर लगभग 8 मीटर चांद पर चल चुका है इसके अतिरिक्त इसमें लगे दो प्लेलोड्स को भी ऐक्टिव कर दिया है और वे भी डेटा इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं यहां चर्चा कर दें कि 14 दिन में रोवर कुल 500 मीटर की दूरी तक चलेगा

क्या है बड़ी चुनौती

बताया जा रहा है कि चांद पर सबसे बड़ी चुनौती भूकंप की है लैंडर और रोवर दोनों के बीच कम्युनिकेशन बहुत ही महत्वपूर्ण है इसके बाद ही धरती पर ठीक आंकड़े आते रहेंगे शोध करने वालों की मानें तो चंद्रमा पर लगातार भूकंप आते रहते हैं ऐसे में आपस में संपर्क बनाए रखना बहुत चुनौतीपूर्ण काम है यही नहीं चंद्रमा पर कई बार उल्कापिंड भी टकरा जाते हैं जिससे सुरक्षित रहना भी एक चुनौती है चांद पर वायुमंडल नहीं होने की वजह से उल्कापिंड रास्ते में नहीं नष्ट होते बल्कि सीधा सतह से टकरा जाते हैं

14 दिन के बाद रोवर प्रज्ञान और लैंडर का क्या होगा?

चंद्रयान-3 मिशन की बात करें तो इसमें 14 दिन का ही प्लान बनाया गया है जब तक चांद के दक्षिणी ध्रुव पर दिन रहेगा लैंडर और रोवर दोनों ही अपने लिए एनर्जी जनरेट करने का काम करेंगे और काम करते रहेंगे चांद के उस हिस्से पर अंधेरा होने के बाद ये दोनों ही काम करने में विफल होंगे हालांकि जब 14 दिन की रात के बाद दोबारा दिन होगा तो देखना होगा कि फिर से ये काम प्रारम्भ करते हैं या इनमें काम करने की क्षमता नष्ट हो चुकी होगी यदि लैंडर और रोवर दोबारा ऐक्टिव हो जाते हैं तो यह इसरो के लिए दूसरी बड़ी उपलब्धि होगी जिसके बाद हिंदुस्तान का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा, साथ ही पूरी दुनिया इसरो का लोहा मानने लगेगी हालांकि इतने कम तापमान में इन दोनों का सुरक्षित रहना बहुत चुनौतीपूर्ण है

लैंडिंग स्थल का नाम ‘शिवशक्ति’ पॉइंट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि चंद्रमा पर चंद्रयान-3 के लैंडिंग स्थल का नाम ‘शिवशक्ति’ पॉइंट रखा जाएगा और 23 अगस्त का दिन ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा शिखर वार्ता के बाद आज सुबह यूनान की राजधानी एथेंस से सीधे बेंगलुरु पहुंचे मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों को शुभकामना देते हुए और उनसे वार्ता करते हुए यह घोषणा की

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