राकंपा प्रमुख शरद पवार के इस बयान के बाद मची खलबली
बारामती। महाराष्ट्र में बीजेपी (भाजपा)-शिवसेना गठबंधन गवर्नमेंट में शामिल होने के बाद शनिवार को पहली बार बारामती पहुंचे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार का क्षेत्र में भव्य स्वागत हुआ। बारामती राकांपा प्रमुख शरद पवार का गढ़ कहलाता है। महाराष्ट्र विधानसभा में अजित पवार इस क्षेत्र का अगुवाई करते हैं। सफेद कुर्ता-पायजामा और पगड़ी पहनकर बारामती पहुंचे अजित पवार पर फूलों की बारिश की गई और उन्हें एक बड़ी माला भेंट की गई। वह एक गाड़ी में ‘रोड शो’ का नेतृत्व करते हुए रैली स्थल तक पहुंचे।
रैली में अजित पवार ने बोला कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन गवर्नमेंट में शामिल होने का एकमात्र कारण राज्य का विकास था। उन्होंने राष्ट्र में कई परियोजनाओं को लागू करने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की। अजित पवार ने पिछले महीने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सभी को चौंका दिया था। उनके साथ राकंपा के आठ बागी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
अजित पवार ने रैली में किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘मैं बारामती के लोगों का भरोसा नहीं तोड़ूंगा। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फणनवीस की गवर्नमेंट में शामिल होने का एकमात्र कारण महाराष्ट्र का विकास था। मैं कभी किसी का अपमान नहीं करना चाहता था, मैंने तो बस सच्चाई को स्वीकार किया है।’’ उन्होंने बोला कि राष्ट्र में पीएम मोदी जैसा मेहनती कोई और नेता नहीं है। अजित पवार ने कहा, ‘‘भारत ने (जवाहरलाल) नेहरू जी को उनके नेतृत्व कौशल के लिए स्वीकार किया। लोग इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी को भी उनके गुणों के लिए पसंद करते थे। मनमोहन सिंह जी ने दस वर्ष तक पीएम के रूप में कार्य किया, लेकिन वह कम बोलते थे। अब, मोदी जी कड़ी मेहनत कर रहे हैं।’’ बारामती लोकसभा क्षेत्र से अजित पवार की चचेरी बहन और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं। राकंपा प्रमुख शरद पवार के शुक्रवार को दिए इस बयान के बाद हड़कंप मच गई थी कि पार्टी में कोई विभाजन नहीं हुआ है और अजित पवार अभी भी इसके नेता हैं। हालांकि, वह कुछ ही घंटों बाद ही अपने इस बयान से मुकर गए थे।