खजुराहो में INDIA ब्लॉक को झटका, सपा उम्मीदवार मीरा यादव का नॉमिनेशन रद्द, वीडी शर्मा ने चुटकी लेते हुए कही ये बात
Khajuraho Lok Sabha Seat: खजुराहो लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार वीडी शर्मा को सीधे वॉक ओवर मिल गया है। यहां से महागठबंधन की उम्मीदवार मीरा यादव का फॉर्म जिला निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दिया है। ऑफिसरों ने कहा कि नामांकन फॉर्म में कई कमियां थीं, जिस कारण नामांकन को खारिज किया गया है। बता दें कि मीरा यादव को समाजवादी पार्टी ने वीडी शर्मा के विरुद्ध उतारा था।
दरअसल पन्ना जिला अधिकारी के मुताबिक, मीरा यादव का फॉर्म इसलिए खारिज किया गया है कि क्योंकि उन्होंने निर्धारित जगहों पर हस्ताक्षर नहीं किए थे, इसके साथ ही उन्होंने फॉर्म के साथ पुरानी वोटर लिस्ट की नामावली संग्लन की थी। अब उनके फॉर्म खारिज होने पर वीडी शर्मा का रिएक्शन भी सामने आया है।
बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा क्या बोले?
वहीं सपा के प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने के बाद यहां से भाजपा प्रत्याशी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने चुटकी ली है। वीडी शर्मा ने बोला कि जहां तक खजुराहो का प्रश्न है, हमको तो चुनाव लड़ने में आनंद आता है। मेरा मन तो ऐसा हो रहा है कि मेरे सामने जो प्रतिपक्ष के प्रत्याशी थे, क्यों ऐसा हो गया? चुनाव लड़ना चाहिए, लड़ने में आनंद आता है।
अखिलेश यादव ने की जांच की मांग
वहीं सपा की प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने पर समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘खजुराहो सीट से इण्डिया गठबंधन की समाजवादी पार्टी प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन खारिज करना सरेआम लोकतंत्र की मर्डर है, बोला जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखनेवाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों, ये सब बहाने हैं और हार चुकी बीजेपी की हताशा, जो कोर्ट के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे। बीजेपी बात में ही नहीं काम में भी झूठी है और समस्त प्रशासनिक तंत्र को करप्ट बनाने की गुनेहगार भी। इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा खारिज करना लोकतांत्रिक क्राइम है।‘
जीतू पटवारी ने की जांच की मांग
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी मुद्दे में भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि नामांकन खारिज नहीं हुआ! नामांकन को खारिज किया गया है! इसके लिए भाजपा उत्तरदायी है। जब हस्ताक्षर नहीं तो जांच अधिकारी ने फॉर्म कैसे लिया था। उन्होंने भी पूरे मुद्दे में न्यायिक जांच की मांग की है।