एसआईटी ने रेवन्ना को सात दिन का समय देने से किया इनकार
बेंगलुरु. पूर्व पीएम एच।डी। देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े संभोग वीडियो स्कैंडल की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उसके समक्ष सात दिन बाद मौजूद होने के उनके निवेदन को गुरुवार को खारिज कर दिया. साथ ही उनके विरुद्ध लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया. यह सब उस दिन हुआ जब एक और पीड़िता ने रेवन्ना के विरुद्ध कम्पलेन दर्ज कराई.
प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो में स्त्री का यौन उत्पीड़न और उसके साथ हाथापाई की बात सामने आई है. इससे कर्नाटक के सियासी हलके में तूफान आ गया है.
सूत्रों ने पुष्टि की कि हिंदुस्तान आते ही प्रज्वल रेवन्ना को हिरासत में ले लिया जाएगा.
कर्नाटक के गृह मंत्री डाक्टर जी। परमेश्वर ने आज बोला कि राष्ट्र के सभी हवाई अड्डों पर लुकआउट नोटिस भैज दिया गया है.
हासन लोकसभा सीट के निवर्तमान सांसद और एनडीए उम्मीदवार ने एसआईटी के समक्ष मौजूद होने के लिए सात दिन का समय मांगा था, लेकिन कानूनी तौर पर इसकी अनुमति देना संभव नहीं है.
इसके बावजूद, अधिकारी इस मुद्दे में कानून जानकारों से राय ले रहे हैं.
यदि उन्हें समय देने की गुंजाइश नहीं रहती है तो सांसद विदेश में जहां कहीं भी हैं, अधिकारी वहां जाकर उन्हें अरैस्ट कर राष्ट्र वापस लाएंगे.
गृह मंत्री परमेश्वर ने बोला कि एक और पीड़िता सामने आई है और हासन में प्रज्वल रेवन्ना के विरुद्ध कम्पलेन दर्ज कराई है.
उन्होंने कहा, विवरण सार्वजनिक नहीं किये जा सकते.
इस बीच, प्रज्वल रेवन्ना के भाई और जनता दल (एस) के विधान पार्षद सूरज रेवन्ना ने आज दावा किया अश्लील वीडियो लीक के बावजूद उनके भाई हासन सीट पर चुनाव जीतेंगे.
उन्होंने कहा, मैं प्रज्वल के बारे में कुछ नहीं कहूंगा. गवर्नमेंट द्वारा गठित एसआईटी मुद्दे की जांच कर रही है. मैं केवल इतना कह सकता हूं कि यह षड्यंत्र है. जेडी (एस) विधायक एच।डी। रेवन्ना (उनके पिता) इस क्षेत्र के एक लोकप्रिय नेता हैं. जिन लोगों को यह गले नहीं उतर रहा, इसके पीछे वही हैं. एक बार जांच पूरी होने पर सच्चाई लोगों के समाने आ जाएगी.
उधर, मांड्या में कई संगठनों और कन्नड़ा कार्यकर्ताओं ने प्रज्वल रेवन्ना के विरुद्ध प्रदर्शन किया. उन्होंने प्रज्वल रेवन्ना की तुरन्त गिरफ्तारी और पीड़ितों को संरक्षण देने की मांग की.