बड़ा पत्थर, कंक्रीट का ढक्कन रखने का मामला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े
रक्षा मंत्रालय का पत्र रक्षा संपदा विभाग को प्राप्त हो चुका है। दूसरा ट्रैक बनाने के लिए 856 वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता है। एयरपोर्ट पर वर्तमान में चार यात्री विमान की पार्किंग प्रबंध है। एएआई महाकुम्भ से पहले चार और विमानों के लिए पार्किंग बनाना चाहता है। कुम्भ के दौरान एयरपोर्ट पर वायु यातायात बढ़ेगा। उड़ान की संख्या को ध्यान में रखकर एयरपोर्ट पर ढांचा विस्तार हो रहा है।
एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने कहा कि आठ विमानों की पार्किंग होगी। एक ट्रैक से आठ विमानों को उड़ाना संभव नहीं है। इसके अतिरिक्त महाकुम्भ में चार्टर्ड प्लेन भी अधिक संख्या में आएंगे। इसको ध्यान में रखकर प्रबंध बढ़ाई जा रही है। रक्षा संपदा अधिकारी एके मिश्रा ने कहा कि निर्माण के लिए दी गई अनुमति की जानकारी संबंधित को दे दी गई है।
सवाल आखिर कौन खेल रहा षड्यंत्र का खेल
रेलवे ट्रैकों पर षड्यंत्र के अनुसार बड़ा पत्थर, कंक्रीट का ढक्कन रखने का मुद्दा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रश्न खड़े कर रहा है। रेलवे इन घटनाओं को गंभीर मान रहा है। आरपीएफ, जीआरपी के साथ ही प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस भी इस मुद्दे को लेकर हरकत में आ गई है।
आखिर रेलवे ट्रैकों की सुरक्षा को लेकर कौन घातक खेल खेल रहा है इसे लेकर जांच की जा रही है। पहले पूरामुफ्ती के छबीलेपुर गांव के पास रेलवे ट्रैक पर मूरी एक्सप्रेस ट्रेन के आने से पहले बड़ा पत्थर रखा गया। इसके बाद मांडा रोड रेलवे ट्रैक पर आरसीसी कंक्रीट से तैयार बड़ा ढक्कन रख सनसनी फैलाई गई। दोनों ही मामलों में अब तक पर्दा नहीं उठा सका है। जांच, पूछताछ, बयान तक ही मुद्दा पहुंचा है।