छत्तीसगढ़ में इन जगहों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की संभावना
हाल में हुई बारिश की वजह से प्रदेश में गर्मी ने अपने तेवर कम किए हैं। मई में हो रही बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिली है। सोमवार को बादल छाए रहने से सूरज तपिश कम हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज मंगलवार को भी प्रदेश के कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है। एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने और अंधड़ चलने की आसार है। वहीं राजधानी रायपुर में मौसम आंशिक रूप से मेघमय रहने की आसार है। अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की आसार है। इसी बीच सोमवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में पांच सेमी तक वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा पखांजूर में पांच सेमी, गीदम, केशकाल, नगरी में चार सेमी, ओरछा, बस्तर और दंतेवाड़ा में तीन सेमी, बस्तानार, तोकापाल, कोंडागांव, कांकेर, मानपुर, मोहला में दो सेमी, अन्य स्थानों पर एक सेमी वर्षा दर्ज की गई।
वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिणी छत्तीसगढ़ ही रहा। इसके अतिरिक्त मध्य एवं उत्तर छग में लोगों को तेज धूप का सामना करना पड़ा। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस डोंगरगढ़ में न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस नारायणपुर में दर्ज हुआ।
मौसम जानकार संजय बैरागी ने कहा कि एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी झारखंड एवं आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। वहीं, एक द्रोणिका, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के ऊप स्थित चक्रवाती परिसंचरण महाराष्ट्र होते हुए, उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर स्थित है।
साथ ही एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश एवं आसपास के क्षेत्र में औसत समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर स्थित है, जिसकी वजह से वर्षा की गतिविधियां देखने को मिल रही है।