भयंकर टक्कर से हुई दो लोगों की मौत, पिकप चालक फरार, जानें क्या है पूरा मामला
जिले के दांतारामगढ़ क्षेत्र के करणीपुरा गांव के उमड़ा मोड़ के पास क्षेत्रीय लोगों को एक बाइक धू धू करके जलती हुई नजर आई। इस जलती हुई बाइक का वीडियो लगातार सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। लोग इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए कैप्शन में लिख रहे हैं कि यदि किसी का एक्सीडेंट हो जाए तो वीडियो बनाने की बजाय उसे हॉस्पिटल पहुंचाइये ताकि हादसा ग्रसित लोगों की जान बचाई जा सके। यह एक इन्सानियत भरा काम है।
स्थानीय लोगों ने की मदद
स्थानीय लोगों ने कहा कि भिड़न्त इतनी विशाल थी एक्सीडेंट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक लोगों को सुनाई दी। एक्सीडेंट की आवाज सुनकर क्षेत्रीय लोग वहां पर पहुंचे और हादसा के तुरंत बाद लोगों ने घायल हुए गंभीर युवकों को निजी गाड़ी से हॉस्पिटल पहुंचाया। इस दौरान हॉस्पिटल में लें जाते समय विनोद की मृत्यु हो गई। उसके बाद दिनेश को खाचरियावास सीएचसी में लाया गया जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद दिनेश को जयपुर रैफर कर किया। इस दौरान जयपुर पहुंचने से पहले ही दिनेश ने भी दम तोड़ दिया। हादसा के बाद खाचरियावास पुलिस चौकी की पुलिस हॉस्पिटल में पहुंची और दोनों मृतकों की जानकारी लेकर परिजनों को सूचना दी। हालांकि, अभी तक फरार पिकअप चालक का पता नहीं चल पाया है।
क्या था पुरा मामला?
देर शाम 7 बजे तेज रफ्तार पिकअप ने दांतारामगढ़ के पास उमड़ा प्याऊ पर एक बाइक को भिड़न्त मार दी। हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मृत्यु हो गई। मृतकों की पहचान विनोद कुमार(35) पुत्र मोहनलाल और दिनेश भार्गव (30) पुत्र रामलाल के रूप में हुई है। दोनों पास ही के जालूंड गांव के रहने वाले थे। क्षेत्रीय निवासी नवदीप सिंह जाटोलिया ने कहा कि विनोद और दिनेश बाइक पर सवार होकर खाचरियावास से रामगढ़ की ओर जा रहे थे। इस दौरान सामने से आ रही तेज रफ्तार पिकअप ने बाइक को भिड़न्त मार दी जिससे दोनों गंभीर घायल हो गए। भिड़न्त के तुरंत बाद बाइक में आग भी लग गई। जिसके बाद पिकअप चालक पिकअप लेकर मौके से फरार हो गया।
मौके पर दो लोगों की मौत
जानकारी के मुताबिक हादसा के तुरंत बाद आसपास के घरों से लोग निकालकर हादसा स्थल पर पहुंच गए थे लेकिन उन्होंने हादसा में ग्रसित लोगों को हॉस्पिटल नहीं पहुंचाया। जिसके बाद 1 किलोमीटर दूर गांव के नवदीप सिंह जाटोलिया करणीपुरा, कानाराम चंदेलिया और हेमराज कुमावत ने निजी गाड़ी से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया। इस दौरान चिकित्सक का बोलना है कि यदि हादसा के तुरंत बाद घायलों को हॉस्पिटल में लाया जाता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी लेकिन अधिक खून बहने के कारण उनको नहीं बचाया जा सका।