UPA और INDI की विधेयक पास कराने की इच्छा नहीं: अश्विनी चौबे
संसद में बांटी गईं संविधान की प्रतियों को लेकर टकराव बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस पार्टी सांसद केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को कहा, “यह कैसे हो सकता है? उनके मन में जो है वह उनके कार्यों से झलकता है। अब प्रस्तावना और संविधान में संशोधन किया गया है। प्रस्तावना में सबसे जरूरी शब्द समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष का न होना साफ रूप से संदेश है जो गवर्नमेंट दे रही है कि वे इस पर विश्वास नहीं करते। यह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है।”
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, “आज तक स्त्री आरक्षण बिल पर ये UPA और INDI के लोग जनता को भ्रम में डालते रहें। उनकी पहले भी ख़्वाहिश नहीं थी और आज भी इसे पास कराने की ख़्वाहिश नहीं है, लेकिन ये बिल पास होगा और स्त्रियों को आरक्षण जरूर मिलेगा।”
‘सोनिया गांधी ने जातीय जनगणना की भी मांग उठाई’
सोनिया गांधी ने कहा, “राजीव गांधी का सपना अभी तक आधा ही पूरा हुआ है, इस बिल के पारित होने के साथ वह पूरा होगा। कांग्रेस पार्टी पार्टी इस बिल का समर्थन करती है… मैं एक प्रश्न पूछना चाहती हूं राष्ट्र की स्त्रियां अपनी सियासी ज़िम्मेदारी का प्रतीक्षा कर रही हैं लेकिन अभी भी इसके लिए उन्हें कितने साल इंतज़ार करना होगा? कांग्रेस पार्टी की मांग है कि यह बिल तुरंत लागू किया जाए और इसके साथ ही जातीय जनगणना भी कराई जाए।”
महिला आरक्षण विधेयक राजीव गांधी का सपना था: सोनिया गांधी
लोकसभा में कांग्रेस पार्टी संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, “यह मेरी जीवन का मार्मिक क्षण है, पहली बार क्षेत्रीय निकायों में महिला की भागीदारी तय करने वाला संविधान संशोधन मेरे जीवन साथी राजीव गांधी ही लेकर आए थे… बाद में पीवी नरसिम्हा राव की गवर्नमेंट में कांग्रेस पार्टी ने उसे पारित कराया था, आज उसका नतीजा है कि आज राष्ट्र भर के क्षेत्रीय निकायों में हमारे पास 15 लाख चुनी हुई स्त्री नेता हैं।”
संसद की कार्यवाही शुरू
संसद के विशेष सत्र का तीसरे दिन की कार्यवाही प्रारम्भ हो गई। लोकसभा में स्त्री आरक्षण विधेयक पर बहस की आरंभ हुई। आज कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, बीजेपी नेता स्मृति ईरानी समेत कई नेता इस बिल को लेकर चर्चा करेंगे।
भाजपा सांसद प्रकाश जावड़ेकर ने स्त्री आरक्षण विधेयक को लेकर बोला कि इस पर कोई प्रश्न ही नहीं है कि एक रिवॉल्यूशन बना है। 2010 में कांग्रेस पार्टी पार्टी स्त्री आरक्षण बिल लेकर आई थी, बीजेपी ने समर्थन भी किया था लेकिन लोकसभा में इस बिल को पास करने की उनकी हौसला नहीं थी। अभी जो मुद्दें उठ रहे हैं यह दर्शा रहा है कि कोई अन्य मामला नहीं है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को बोला कि पहले ही राज्यसभा में 2010 में हमने (महिला आरक्षण बिल) पास किया है, लोकसभा में किसी कारण बिल पास नहीं हुआ। यह कोई नया विधेयक नहीं है… मेरा अंदाज़ा है कि ये लोग चुनाव की दृष्टि से ऐसा बोल रहे हैं, लेकिन इन्होंने बोला है जनगणना, परिसीमन होने के बाद सभी चीज़ों को ध्यान में रखते हुए इसे लागू किया जाएगा इसमें समय लगेगा, जो विधेयक राज्यसभा में पास हुआ था ये उसे आगे बढ़ा सकते थे लेकिन इनकी मंशा कुछ और है। हम स्त्री आरक्षण बिल के पक्ष में हैं लेकिन जो कमियां हैं उन्हें दुरुस्त करना चाहिए।
महिला आरक्षण विधेयक को लेकर बंद हो श्रेय लेने की होड़: संजय राउत
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने स्त्री आरक्षण विधेयक को लेकर कहा, “बिल पर श्रेय लेने की लड़ाई बंद होनी चाहिए। कल पीएम पुराने संसद भवन से पैदल चलकर नए संसद भवन में आए। इस राष्ट्र की शुरूआत पैदल चलकर हो गई थी, गांधी जी पैदल चले, स्वतंत्रता संग्राम के कई नेता पैदल चले। राजीव गांधी पैदल चले, राहुल गांधी ने हिंदुस्तान जोड़ो यात्रा पैदल चल कर की। मैंने कल पहली बार पीएम को पैदल चलते देखा लेकिन इस प्रवास और कोशिश में कई चीज़े पुराने लोगों ने कर ली है। जिसमें स्त्री विधेयक, ISRO और बहुत कुछ है। ये राष्ट्र का कार्य है, गवर्नमेंट आपकी है आने वाले दिनों में किसी और की होगी। यदि आप स्त्रियों की बात करते हैं तो श्रेय वाद की बात क्यों करते हैं?
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संसद के विशेष सत्र में स्त्री आरक्षण विधेयक के पेश होने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, “कल ऐतिहासिक दिन था, पीएम के नेतृत्व में हिंदुस्तान के नए संसद भवन में कार्य प्रारंभ हुआ। साथ ही स्त्री आरक्षण बिल भी पेश हुआ। पीएम ने ऐतिहासिक काम किया है, मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।”
50 प्रतिशत राज्यों से दिलानी होगी मंजूरी
संसद से पारित होने और कानून की शक्ल लेने से पहले विधेयक को 50 प्रतिशत राज्यों की विधानसभाओं से स्वीकृति की आवश्यकता होगी। संविधान संशोधन विधेयक होने के कारण अनुच्छेद 368 के अनुसार ऐसा करना जरूरी हैै।
संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन आज लोकसभा में ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ पर लंबी चर्चा की जाएगी। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष विधेयक पर अपनी-अपनी राय रखेंगे। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कल लोकसभा में विधेयक पेश किया था। विधेयक पेश होते ही विपक्षी सांसदों ने बवाल प्रारम्भ कर दिया था।
कांग्रेस की मुख्य वक्ता होंगी सोनिया गांधी
संसद भवन में आज स्त्री आरक्षण बिल पर बहस की जाएगी। इसे देखते हुए कांग्रेस पार्टी संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी आज स्त्री आरक्षण विधेयक पर बहस करने के लिए कांग्रेस पार्टी की मुख्य वक्ता होंगी। वहीं, लोकसभा में गवर्नमेंट की ओर से चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, भारती पवार और अपराजिता सारंगी बोलेंगी और संसद में गवर्नमेंट का पक्ष रखेंगी।