राष्ट्रीय

जब गोलियों और धमाकों से 22 साल पहले गूंज उठी थी संसद, ये था आतंकी हमले के पीछे का मास्टर माइंड

आज आतंकवाद पूरे विश्व में इन्सानियत के लिए खतरा बना हुआ है आतंक को जड़ से मिटाने के लिए कई राष्ट्र युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं लेकिन उसके बावजूद आतंक फन उठाने की हिमाकत करता रहता है आज से ठीक 22 वर्ष पहले भी आतंकियों ने पाक में बैठकर एक प्लान बनाया उनका मंसूबा था कि वे हिंदुस्तान के संसद भवन पर धावा (Parliament Attack) करेंगे और वहां पर उपस्थित नेताओं समेत सुरक्षाकर्मियों को अपना निशाना बनाएंगे

आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने 13 दिसंबर 2001 में घात लगाकर संसद भवन पर धावा कर दिया लेकिन उन्हें इस हमले में सफलता नहीं मिली मौके पर तैनात जवानों ने आतंकवादियों को ढेर कर दिया लेकिन क्या आप जानते हैं इतने बड़े आतंकवादी हमले के पीछे का मास्टर माइंड कौन था और कैसे उसने इतने बड़े हमले का प्लान बनाया था

अजहर मसूद
तारीख 24 दिसंबर सन 1999 को पूरी दुनिया में तब खलबली मच गया जब आग की तरह यह समाचार आई कि भारतीय एयरलाइंस के हवाई जहाज आईसी- 814 का किडनैपिंग कर लिया गया उस समय भारतीय एयरलाइंस के हवाई जहाज आईसी- 814 में 178 यात्री सवार थे और उन्हें पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने अपनी बंदूक की नोक के सामने रखा था आतंकवादियों ने उस समय अटल बिहारी वाजपेयी की गवर्नमेंट के सामने डिमांड रखा कि इन यात्रियों के बदले तीन आतंकवादियों मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को छोड़ा जाए जिसके बाद उन तीनों को छोड़ दिया गया

भारत की कैद से निकलने के बाद मसूद अजहर ने पाक में पनाह ली और वहीं बैठ कर संसद भवन पर हमले की षड्यंत्र रची थी इस हमले के बाद हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने पाक पर दबाव बनाया और उसे दिसंबर 2001 में अरैस्ट किया गया था, लेकिन ये तो जगजाहिर है कि पाक जिन आतंकवादियों को पालने-पोसने का काम करता है वो भला उन्हें कैसे तकलीफ दे सकता है यही कारण था कि एक वर्ष बाद 2002 में पाक की लाहौर उच्च न्यायालय के आदेश पर मौलाना मसूद अजहर को रिहा कर दिया गया

इन बड़े आतंकवादी हमलों का भी मास्टर माइंड है मौलाना मसूद अजहर
1) 26/11

दस पाकिस्तानी आतंकी समुद्री मार्ग से 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में घुसे और ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी माना जाता है कि उसके पीछे भी इसी का हाथ था जिसे लेकर हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने कई पुख्ता सबूत भी दिए थे और एक जिंदा आतंकवादी अजमल कसाब को भी पकड़ा था लेकिन पाकिस्तानी की गवर्नमेंट ने उस समय भी खामोशी साध रखी थी मुंबई हमले को सबसे बड़े आतंकवादी हमलों में से एक माना जाता है जिसमें 18 सुरक्षाकर्मियों सहित 166 लोगों की मृत्यु हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे इस आतंकवादी हमले में करोड़ों रुपये की संपत्ति को हानि पहुंचा था

2) पठानकोट हमला

माना जाता है कि मौलाना मसूद अजहर का हाथ 2016 के पठानकोट आतंकवादी हमले में भी था पंजाब के पठानकोट स्थित एयरफोर्स बेस में आधुनिक हथियारों से लैस आतंकवादियों ने धावा कर दिया था इस आतंकवादी हमले में सात जवान शहीद हो गए थे इस हमले में आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद शामिल था 80 घंटे चले इस आतंकवादी हमले में सभी आतंकवादी मारे गए थे

जैश-ए-मोहम्मद पर इन राष्ट्रों ने लगाया बैन
भारत लगातार इस प्रयास में है कि मसूद अजहर इंटरनेशनल टेररिस्ट घोषित किया जाए लेकिन हर बार पाक चीन की सहायता से उसे बचा लेता है इसके लिए चीन अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करता है जबकि अमेरिका हिंदुस्तान के साथ खड़ा है आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को हिंदुस्तान समेत अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे कई राष्ट्र टेररिस्ट ग्रुप मानते हैं और इसे बैन कर रखा है

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