दुनिया भर में हर एक दिन की अपनी कहानी, अपना इतिहास और अपना महत्व है। बीते कल में कुछ ऐसा घटता है, जो आने वाले कल की याद बन जाता है। ऐसे में कई दिन किसी न किसी रूप में किसी न किसी याद के तौर पर हमारे इतिहास से जुड़ जाते हैं। इसी कड़ी में आज का दिन यानी 2 दिसंबर, भी किसी न किसी रूप में खास है क्योंकि इस दिन राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि ये दिन क्या है और क्यों 2 दिसंबर को ही मनाया जाता है? आखिर इस दिन का महत्व क्या है? शायद नहीं, तो चलिए बिना देर किए इस दिन के बारे में जानते हैं। <!– cl –>
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस को 2 दिसंबर के दिन इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि 2-3 दिसंबर 1984 को भोपाल गैस त्रासदी हुई थी और इसमें जान गंवाने वाले लोगों की याद में ये दिन मनाया जाता है। भोपाल में हुई ये गैस त्रासदी इतिहास की सबसे खतरनाक औद्यौगिक प्रदूषण आपदाओं में से एक है।
महत्व क्या है?
बात यदि इस दिन के महत्व की करें, तो ये दिन पर्यावरण प्रदूषण के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने और उद्योगों को प्रदूषण नियंत्रण को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन का उद्धेश्य किसी भी औद्यौगिक आपदा को रोकने के लिए लोगों को सतर्क करना भी है।
क्या कहते हैं आंकड़ें?
एक आंकड़े के मुताबिक, वायु प्रदूषण के कारण अकेले हिंदुस्तान में प्रति साल लगभग 70 लाख लोगों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ता है। वहीं, रिपोर्ट बताती है कि 10 में 9 लोग ऐसे हैं, जिन्हें स्वच्छ हवा नहीं मिल पाती है।
बीमार हो रहे हैं लोग
ये हम सभी जानते हैं कि हमारे शरीर के लिए सही हवा कितनी महत्वपूर्ण है। ऐसे में जो प्रदूषित हवा होती है, उसके कण हमारे शरीर में जाकर हृदय, फेफड़ों और मस्तिष्क को हानि पहुंचाते हैं। इसलिए हमें वायु प्रदूषण को रोकने के लिए हर वो काम करना चाहिए, जो महत्वपूर्ण है।