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यश ठाकुर की कहानी मिलती-जुलती है सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी से…

Yash Thakur ने जिस तरह से गुजरात टाइटन्स के विरुद्ध रविवार को गेंदबाजी की, हर तरफ उनकी ही चर्चा हो रही है. लखनऊ सुपर जायन्ट्स के इस अनकैप्ड तेज गेंदबाज ने जिस तरह से गुजरात टाइटन्स के स्ट्रॉन्ग बैटिंग लाइन-अप को तहस-नहस किया, उसकी प्रशंसा अनेक कद्दावर खिलाड़ी कर रहे हैं. भारतीय प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 में रविवार को दो मैच खेले गए थे, जिसमें दूसरा मैच लखनऊ सुपर जायन्ट्स और गुजरात टाइटन्स के बीच था. लखनऊ सुपर जायन्ट्स ने 163 रन बनाकर भी मैच 33 रनों से अपने नाम कर लिया. यश ठाकुर ने 3.5 ओवर में 30 रन दिए और पांच विकेट चटकाए. इंडियन प्रीमियर लीग 2024 का पहला फाइफर यश ठाकुर के नाम हो गया. यश ने गुजरात टाइटन्स के कप्तान शुभमन गिल, विजय शंकर, राहुल तेवतिया, राशिद खान और नूर अहमद को पवेलियन भेजा. ये बात तो हो गई यश ठाकुर के फाइफर की, अब चलिए जानते हैं कैसे उनकी क्रिकेटिंग जर्नी का कनेक्शन एमएस धोनी और सचिन तेंदुलकर से भी जुड़ा है.

जिस तरह से वर्ल्ड कप 1983 में हिंदुस्तान की जीत देखकर सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेटर बनने का सपना देखा था, ठीक उसी तरह यश ठाकुर ने 2011 वर्ल्ड कप में हिंदुस्तान की जीत देखकर क्रिकेटर बनने का सपना देखा. हालांकि वह महेंद्र सिंह धोनी की तरह विकेटकीपर बनना चाहते थे, लेकिन उनका भाग्य उन्हें तेज गेंदबाज बनने की राह पर ले आया. एक बार यश के कोच प्रवीण हिंगानिकर ने उन्हें ऐसे ही गेंदबाजी करते हुए देख लिया और जाकर यश से बोला कि तुम अब विकेटकीपिंग नहीं करोगे. यश ने अपने कोच को उत्तर में बोला था, ‘लेकिन सर मैं धोनी जैसा बनना चाहता हूं.‘ विदर्भ क्रिकेट में हिंगानिकर काफी प्रभावशाली शख्स माने जाते हैं.

 

हिंगानिकर ने तब यश से बोला था कि धोनी के नक्शेकदम पर चलो लेकिन क्रिकेट फील्ड में विकेटकीपर के तौर पर नहीं. इसके अतिरिक्त यश ठाकुर उमेश यादव से भी काफी अधिक प्रभावित हैं. यश अभी 25 वर्ष के हैं और 2023 से लखनऊ सुपर जायन्ट्स का हिस्सा हैं. यश जिस तरह से अपनी गेंदबाजी में लगातार सुधार कर रहे हैं, वह दिखाता है कि इस खिलाड़ी में कुछ बड़ा करने की कितनी भूख है.

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