शशांक :हम दो रन से हार गए और हार सबसे दर्दनाक होती है क्योंकि….
मुल्लांपुर। भारतीय प्रीमियर लीग में पंजाब किंग्स की नयी खोज शशांक सिंह ने लगातार दूसरे मुकाबले में ऐसा पारी खेली जिसने धमाका मचा दिया। गुजरात टाइटंस के मुंह से जीत छीनने वाले शशांक ने सनराइजर्स हैदराबाद के विरुद्ध भी ऐसा ही काम अंजाम दे दिया था लेकिन जरा सा से चूक गए। टीम के लिए धमाका करने के बाद उन्होंने बोला कि भारतीय प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र में नए खिलाड़ियों को मिल रही कामयाबी के पीछे उनका आत्मविश्वास और घरेलू क्रिकेट में की गई अपार मेहनत है।
सनराइजर्स हैदराबाद के विरुद्ध जीत के लिये 183 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए शशांक ने 25 गेंद में 46 रन बनाये और आशुतोष शर्मा ने 15 गेंद में 33 रन की पारी खेली लेकिन उनकी टीम दो रन से चूक गई। शशांक ने इससे पहले गुजरात टाइटंस के विरुद्ध नाबाद 61 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी। हार के बावजूद प्रशंसा के पात्र बने शशांक ने बोला ,‘‘ आत्मविश्वास सबसे महत्वपूर्ण है, जिस तरह से हम घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। सनराइजर्स के नीतिश रेड्डी को देखिये जो घरेलू क्रिकेट में हर प्रारूप में रन बनाता और विकेट लेता है।’’
रेड्डी ने सनराइजर्स के लिये 37 गेंद में 64 रन बनाये। केकेआर के अंगकृष रघुवंशी भी अच्छी पारियां खेलने में सफल रहे हैं। शशांक ने बोला ,‘‘ हम जिस तरह से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। नीतिश , अंगकृष और आशुतोष ने मुश्ताक अली, विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी में रन बनाये हैं। आप इन खिलाड़ियों को गुमनाम कह सकते हैं लेकिन घरेलू सर्किट में ये जाने माने नाम हैं। इन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेला है और इंडियन प्रीमियर लीग में उनका प्रदर्शन उसका ईनाम है। इस स्तर पर क्रिकेट आत्मविश्वास का ही खेल है।’’
हार से निराश शशांक ने बोला ,‘‘ हम दो रन से हार गए और हार सबसे भयावह होती है क्योंकि हम जीतने के लिये खेलते हैं। हार तो हार ही है, चाहे दो रन से हो या 20 रन से। हमें अंतिम ओवर तक जीत का विश्वास था।’’