स्मृति मंधाना और एलिसे पेरी से बेटियां हो रही हैं इंस्पायर्ड
स्पोर्ट्स सिटी मेरठ की बात की जाए, तो अब बेटियों में क्रिकेट के प्रति भी जुनून देखने को मिल रहा है। विभिन्न अकादमी में आपको बेटियां क्रिकेट की बारीकियां सिखते हुए दिखाई देगी। खास बात यह की एक तरफ जहां यह बेटियां अपनी शैक्षिक प्रक्रिया को लगातार जारी रखे हुए हैं। वहीं क्रिकेट सीखने के लिए मुश्किल परिश्रम करते हुए भी मैदान में दिखाई दे रही हैं। ऐसे ही कुछ बेटियों से मीडिया की टीम ने खास वार्ता की।
लोकल-18 से खास वार्ता करते हुए क्रिकेट सीख रही श्रुति सिंह ने बोला कि वह क्रिकेट के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदुस्तान का नाम रोशन करना चाहती हैं। इसीलिए वह पिछले 11 माह से लगातार यहां प्रैक्टिस करते आ रही है। वह कहती है कि जिस ढंग से स्मृति मंधाना सहित अन्य स्त्री खिलाड़ी अब बेहतर परफॉर्म कर नाम रोशन कर रही हैं। उसी ढंग से वह भी करना चाहती हैं। खिलाड़ी प्रसिद्धि मल्होत्रा ने भी बोला की टीवी पर क्रिकेट देखते-देखते ही उनमें भी क्रिकेट सीखने का जुनून आ गया। ऐसे में उन्होंने भी अपने अभिभावक से क्रिकेट सीखने के लिए ख़्वाहिश जताई।
क्रिकेट में बनाना चाहती हैं करियर
इसके पश्चात उनके पिता ने उनका साकेत आईटीआई में संचालित क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन कराया। अब वह क्रिकेट कोच अतहर अली के निर्देशन में लगातार ही बैटिंग कर अभ्यास करती हैं। जिससे की वह क्रिकेट के सपने को पूरा कर सकें। ईशा गुप्ता कहती है कि वह किसी को फॉलो नहीं करती। बल्कि स्वयं की पहचान बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में आज तक किसी ने भी क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन उन्हें क्रिकेट के प्रति जुनून है। वह इसी जूनून को अब बेहतर परफॉर्म में बदलना चाहती हैं।
वूमेन इंडियन प्रीमियर लीग से बढ़ रही है बेटियों में जिज्ञासा
क्रिकेट कोच अतहर अली कहते हैं कि क्रिकेट के क्षेत्र में पहले बेटे आपको क्रिकेट के ग्राउंड में देखने को मिलते थे। लेकिन जबसे वूमेन इंडियन प्रीमियर लीग और क्रिकेट के क्षेत्र में बेटियां बेहतर परफॉर्म कर रही हैं। तब से बेटियों में भी क्रिकेट सीखने की प्रति काफी जिज्ञासा बढ़ रही है। पहले जहां एक दो बेटियां ही क्रिकेट सीखने के लिए ग्राउंड पर आती थी। अब इनकी संख्या में 50% तक वृद्धि हो गई है। इतना ही नहीं वह यह भी कहते हैं कि मेरठ की बेटियों में इतनी प्रतिभा है कि आने वाले समय में यहां की कई बेटियां आपको राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की क्रिकेट में बेहतर परफॉर्म करते हुए नजर आएंगी।
स्पोर्ट्स सिटी में भी बड़ी है डिमांड
बेटियों के प्रति क्रिकेट के जुनून का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि मेरठ की स्पोर्ट्स सिटी अर्थात स्पोर्ट्स बाजार में बड़ी संख्या में अभिभावक अब अपनी बेटियों के लिए क्रिकेट बॉल बैट सहित अन्य प्रकार की स्पोर्ट्स सामग्री खरीदते हुए दिखाई दे रहे हैं। स्पोर्ट्स व्यापारी ओमकार त्यागी कहते हैं कि वूमेन इंडियन प्रीमियर लीग के बाद से ही बेटियों में क्रिकेट के प्रति लगन बड़ी है। उससे व्यापार में भी काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रहा है। पहले की तुलना में बेटियों के लिए तैयार होने वाले बैट में 40% तक का बढ़ोत्तरी है।