डच फुटबॉलर क्विंसी प्रॉम्स को अधिकारियों के अनुरोध पर दुबई में किया गिरफ्तार
हेग . ड्रग्स की स्मग्लिंग और अपने चचेरे भाई पर चाकू से धावा करने के गुनेहगार डच फुटबॉलर क्विंसी प्रॉम्स को डच ऑफिसरों के निवेदन पर दुबई में अरैस्ट कर लिया गया है.
बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में दुबई के सरकारी वकील ने इसकी जानकारी दी. बयान के अनुसार, गिरफ्तारी यूएई और नीदरलैंड के ऑफिसरों के बीच ज्वाइंट ऑपरेशन की सहायता से हुई. यह गिरफ्तारी नीदरलैंड द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर की गई.
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नीदरलैंड अब दुबई पुलिस से क्विंसी प्रॉम्स को उन्हें सौंपने का निवेदन करेगा.
रेड नोटिस पूरे विश्व में कानून प्रवर्तन से प्रत्यर्पण, सेरेण्डर या इसी तरह की कानूनी कार्रवाई के लिए लंबित किसी आदमी का पता लगाने और उसे अस्थायी रूप से अरैस्ट करने के लिए जारी किया जाता है.
यह निवेदन करने वाले राष्ट्र में न्यायिक ऑफिसरों द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट या अदालती आदेश पर आधारित है. किसी आदमी को अरैस्ट करना है या नहीं, यह तय करने में सदस्य राष्ट्र अपने स्वयं के कानून लागू करते हैं.
पिछले महीने एम्स्टर्डम की न्यायालय ने कोकीन की एक बड़ी खेप की स्मग्लिंग में शामिल होने के लिए प्रॉम्स को उसकी अनुपस्थिति में छह वर्ष कारावास की सजा सुनाई थी.
हालांकि, डच सरकारी वकील ने नौ वर्ष की सज़ा की मांग की थी. वहीं पिछले वर्ष एक फैमिली पार्टी में अपने चचेरे भाई को चाकू मारने के इल्जाम में भी प्रॉम्स को 1.5 वर्ष की कारावास हुई थी.
32 वर्षीय प्रॉम्स, जिन्होंने डच राष्ट्रीय टीम के लिए 50 मैच खेले, फरवरी 2021 में अजाक्स से स्पार्टक मॉस्को चले गए और मॉस्को के निवासी के रूप में वह अब तक डच पुलिस की पकड़ से दूर रहे. हालांकि, अपने रूसी क्लब के साथ यूएई में एक प्रशिक्षण शिविर के दौरान उन्हें अरैस्ट कर लिया गया.