भारतीय पुरुष हॉकी टीम का निराशाजनक प्रदर्शन जारी
भारतीय पुरुष हॉकी टीम पिछले मैच की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद रविवार को यहां पांच मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से 2-4 से पराजित हो गई. हिंदुस्तान को शनिवार को पहले टेस्ट में 1-5 से हार का सामना करना पड़ा था. पेरिस ओलंपिक की तैयारियों के लिए आयोजित की जा रही इस सीरीज का तीसरा टेस्ट 10 अप्रैल को खेला जाएगा.
पहल हाफ तक आगे चल रही थी भारतीय टीम
मेहमान टीम ने मैच के पहले और दूसरे क्वार्टर में मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीम के विरुद्ध बराबरी का खेल दिखाया. बल्कि पहले हाफ तक भारतीय टीम 2-1 से आगे चल रही थी. लेकिन तीसरे क्वार्टर में खराब रक्षण का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा क्योंकि मेजबान टीम ने तीन गोल कर लगातार दूसरी जीत हासिल की. ऑस्ट्रेलिया के लिए जेरेमी हेवर्ड (छठे और 34वें मिनट) ने दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में परिवर्तित किया जबकि जैकब एंडरसन (42वें मिनट) और नाथन एफ्राम्स (45वें मिनट) ने मैदानी गोल दागे. हिंदुस्तान के लिए जुगराज सिंह (नौवें मिनट) और कप्तान हरमनप्रीत सिंह (30वें मिनट) ने पेनल्टी कार्नर पर गोल किए.
मेजबान टीम ने भारी रखा पलड़ा
भारतीय टीम ने इस मैच में तेज आरंभ की. लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने छठे मिनट में अपने पहले ही पेनाल्टी कॉर्नर पर हेवर्ड की बदौलत बढ़त हासिल कर ली. भारतीय गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने अनुभवी पीआर श्रीजेश की स्थान आरंभ की. वह हेवर्ड की शक्तिशाली ड्रैग फ्लिक को नहीं रोक सके जिससे मेजबान टीम 1-0 से आगे हो गई. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम आक्रामक हो गई और उन्होंने तुरंत बाद लगातार पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए. लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति डटी रही. भारतीय खिलाड़ियों ने धीरे-धीरे मैच में शिकंजा कसना प्रारम्भ किया और ऑस्ट्रेलियाई रक्षण पर दबाव बनाना प्रारम्भ कर दिया. जिससे हिंदुस्तान ने लगातार तीन पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए, पर इसमें से पहले दो पेनल्टी कॉर्नर बेकार चले गए. लेकिन तीसरे में जुगराज ने नौवें मिनट में टीम को बराबरी दिला दी. अब आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम 12वें मिनट में अभिषेक की बदौलत बढ़त दोगुना करने के करीब पहुंची लेकिन उनका शॉट क्रास बार से टकरा गया. दूसरे क्वार्टर में भारतीय रक्षापंक्ति ऑस्ट्रेलिया से मिले दबाव से डगमगायी नहीं. पहले हाफ से महज 41 सेकंड पहले हिंदुस्तान को पेनल्टी कॉर्नर मिला और कप्तान हरमनप्रीत ने अपने करियर का 180वां गोल करने में कोई गलती नहीं की जिससे टीम 2-1 से बढ़त बनाने में सफल रही. एक गोल से पिछड़ने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम तिलमिला गई और हिंदुस्तान पर दबदबा बनाते हुए तीन गोल दाग दिए. चौथे क्वार्टर में दोनों टीमें गोल करने के कोशिश जारी रखे. लेकिन कोई भी सफल नहीं हो सका.