स्टार्क : इम्पैक्ट प्लेयर नियम से काफी हद तक बदल जाती हैं चीजें
मुंबई। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क का मानना है कि अगले महीने अमेरिका में टी20 विश्व कप प्रारम्भ होने पर भारतीय प्रीमियर लीग के ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम नहीं होने से कप्तानों को अधिक रणनीति के साथ सोचने पर विवश होना पड़ेगा। ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम के अनुसार टीमों के पास मैच के दौरान एक खिलाड़ी को बदलने की आजादी होती है। इसे पिछले वर्ष लागू किया गया था। जिसके बाद टीमों सरलता से 200 रन के इर्द-गिर्द स्कोर कर रही हैं।
मुंबई इंडियंस को इंडियन प्रीमियर लीग टी20 मैच में शुक्रवार को 24 रन से हराने के बाद केकेआर के इस गेंदबाज ने कहा, ‘इम्पैक्ट प्लेयर नियम से चीजें काफी हद तक बदल जाती हैं। टीम को एक बल्लेबाज या गेंदबाज अधिक रखने की आजादी मिलती है और इससे बल्लेबाजी में अधिक गहराई आती है। इससे टीम के पास आठवें या नौवें क्रम तक बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी उपस्थित रहते है। बल्लेबाजी में गहराई के कारण पावर प्ले में भी बल्लेबाज बेखौफ होकर खेलते हैं।
मुंबई के विरुद्ध 33 रन पर चार विकेट लेने वाले स्टार्क ने बोला कि टी20 विश्व कप में ये नियम नहीं होगा ऐसे में इसका असर स्कोर पर दिखेगा। बकौल स्टार्क, ‘ इंडियन प्रीमियर लीग में कुछ बड़े स्कोर, कुछ बहुत बढ़िया साझेदारियां और बल्ले से कुछ पर्सनल प्रतिभाएं देखने को मिलीं। अगले महीने होने वाले विश्व कप में ऐसा कोई नियम नहीं होगा। ऐसे में यह देखना होगा कि इसका स्कोर पर क्या असर पड़ता है। आपको किसी अतिरिक्त खिलाड़ी के बिना टीम का संतुलन बनाना होगा। ऐसे में हरफनमौला खिलाड़ियों का महत्व बढ़ेगा, निश्चित रूप से विश्व स्तरीय ऑलराउंडर टीम को संतुलित करते हैं। जब आपके पास केवल 11 खिलाड़ी हों तो कप्तानों को भी थोड़ा रणनीतिक रूप से सोचना होगा। इंडियन प्रीमियर लीग में इसका अनुभव लेना दिलचस्प रहा है।’