अयोध्या में हनुमानगढ़ी के आंगन होगा विस्तार, पुराने भवन होंगे ध्वस्त
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में उमड़े श्रद्धालुओं के रेले को लेकर सड़कों के चौड़ीकरण का अभियान प्रारम्भ हुआ था. यह अभियान हनुमानगढ़ी में भी चल रहा है. अयोध्या का सबसे प्रमुख श्रद्धा केंद्र होने के कारण यहां श्रद्धालुओं की सर्वाधिक भीड़ होती है लेकिन मंदिर प्रांगण बहुत संकरा है. इसके चौड़ीकरण की जरूरतों को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से निर्वाणी अखाड़ा की ओर से निर्माण कराया जा रहा है. रामनवमी मेला के चलते अभी निर्माण रोक दिया गया है. इस व्यवस्थाओं के संदर्भ में सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में दर्शन की समयावधि बढ़ाने से लेकर निर्माण कार्य की सूचनाएं मीडिया के साथ साझा की गईं.
अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत ज्ञानदास महाराज के उत्तराधिकारी महंत संजय दास और गद्दीनशीन महंत प्रेमदास के उत्तराधिकारी डाक्टर महेश दास ने संयुक्त रूप से कहा कि रामनवमी की मुख्य तिथि पर वीआईपी दर्शन को निषिद्ध कर दिया गया है. ईश्वर के भोग-आरती और शयन के निर्धारित समय में कटौती की गयी है जिससे आम श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन प्राप्त हो सके. कहा गया कि मंदिर में वृद्ध और दिव्यांग जनों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगवाई है जिसकी सेवा अगले पखवाड़े से मिलनी प्रारम्भ हो जाएगी.
मंदिर के निकास द्वार को 25-30 फिट चौड़ा किया जा रहा है. यह भी कहा गया कि मंदिर के आंगन को 12-12 फिट चौड़ा करने के डिजाइन तैयार हो गई है जिस पर मेले के बाद काम प्रारम्भ हो जाएगा. इसके लिए पुराने निर्माण को ध्वस्त कराया जाएगा. कहा गया कि यह चौड़ाई पूर्व-पश्चिम के अतिरिक्त दक्षिण में बढ़ाई जाएगी.
दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए रेलिंग के साथ 40 पंखे लगे
संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से दर्शनार्थियों के लिए अखाड़े की ओर से रेलिंग लगवाई गई है. इसके अतिरिक्त 40 पंखे भी लगवाए गए हैं. उन्होंने कहा कि व्हील चेयर की सुविधा भी जल्द मौजूद कराई जाएगी. इसके अतिरिक्त निकास द्वार की ओर जाने वाले सम्पर्क मार्ग को भी चौड़ा किया जाएगा. इसके साथ यह मार्ग जन्मभूमि पथ से भी जोड़ा जाएगा.