काशी विश्वनाथ मंदिर में बदलने वाली है दर्शन की व्यवस्था, जानें क्या है पूरा प्लान
वाराणसी। ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब वाराणसी में काशी विश्वनाथ के धाम में पुलिस श्रद्धालुओं के लिए गाइड के तौर पर काम करेंगे। बाकायदा पुलिसवालों को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें श्रद्धालुओं के साथ नो टच पॉलिसी, कुशल-व्यवहार और काशी के जरूरी स्थान-घाट की जानकारी बताई जाएगी। ऐसा करने के लिए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर महित अग्रवाल ने निर्देश दिया है, जिसे जल्द लागू कर दिया जाएगा। क्या है पूरा प्लान, आइये जानते हैं इस रिपोर्ट में…
विश्वनाथ मंदिर में इन दिनों लाखों की भीड़ उमड़ रही है। राष्ट्र के कोने-कोने से श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने आ रहे हैं, ऐसे में सुरक्षा में तैनात पुलिसवालों के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने श्रद्धालुओं के साथ बेहतर पुलिसिंग के लिए योजना तैयार की है। अब जिस भी पुलिसकर्मी की विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी लगेगी, उसे पहले तीन दिन की ट्रेनिंग करवाई जाएगी। इस ट्रेनिंग में श्रद्धालुओं के साथ कुशल-व्यवहार के साथ-साथ जरूरी स्थल-घाट आदि की जानकारी दी जाएगी, ताकि आने वाले श्रद्धालु जब भी उनसे किसी बात की जानकारी लें तो वह जानकारी श्रद्धालुओं को दे सकें। पुलिस के जवान एक तरफ से सुरक्षा के साथ साथ गाइड के रूप में भी काम करेंगे ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कठिनाई ना हो।
इसके साथ ही बाबा के गर्भगृह के लिए भी विशेष प्लान तैयार किया गया है, अधिक भीड़ लगने के कारण श्रद्धालु जब लाइन से गर्भगृह के पास पहुंचते हैं तो अक्सर उनमें से कई श्रद्धालु बिना शिवलिंग के दर्शन के ही आगे बढ़ जाते हैं, ऐसे में श्रद्धालुओं के साथ नो टच पॉलिसी के साथ ही गर्भ गृह में यूनिफॉर्म के साथ दो पुलिसकर्मी जिसमें स्त्री पुलिस भी शामिल हैं, वो एक पुजारी के तौर पर सादे भेष में तैनात रहेंगी, ताकि जब गर्भगृह के पास श्रद्धालु पहुचें तो उन्हें इशारा करके शिवलिंग के तरफ दर्शन करने को कहा जाए और श्रद्धालु बाबा का दर्शन कर सकें। मंदिर में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने से पुलिसिंग को लेकर पुलिस कमिश्नर ने यह कदम उठाया है, ताकि उन्हें सुलभ रूप से दर्शन मिल सकें और व्यवस्थाओं का फायदा मिल सके।